सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी की निगाहें अब विधानसभा चुनाव पर हैं। यही वजह है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी अब पुणे जा रहे हैं, जहां वह वार्षिक पंढरपुर तीर्थयात्रा में शामिल होंगे। बताया जाता है कि महाविकास आघाड़ी के नवनिर्वाचित सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल एनसीपी (शरदचंद पवार) प्रमुख शरद पवार के साथ राहुल गांधी से मुलाकात की और उन्हें वार्षिक तीर्थयात्रा में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे और एनसीपी (शरदचंद पवार) सांसद धैर्यशील मोहिते-पाटिल भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। कांग्रेस विधायक संजय जगताप ने कहा कि राहुल गांधी १३ या १४ जुलाई को तीर्थयात्रा में शामिल होंगे और तीर्थयात्रियों के साथ कुछ दूरी तक चलते हुए संत ज्ञानेश्वर महाराज और संत तुकाराम महाराज पालकी का आशीर्वाद लेंगे। राहुल गांधी को पंढरपुर तीर्थयात्रा में शामिल करने के कदम को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं के बीच एमवीए की पहुंच को और मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। यही वजह है कि भाजपा अब राहुल की इस यात्रा का विरोध कर रही है।