सामना संवाददाता / मुंबई
पश्चिम रेलवे के प्रमुख स्टेशन कांदिवली, मलाड, अंधेरी और लोअर परेल में चल रहे निर्माण कार्यों ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रोजाना करीब ३० लाख यात्री इस रूट पर सफर करते हैं, लेकिन स्टेशनों पर चल रहे विकास कार्यों ने उनकी यात्रा को काफी मुश्किल बना दिया है। स्टेशन परिसर में जगह-जगह चल रहे कंस्ट्रक्शन ने यात्रियों के लिए स्टेशन पर खड़ा होना तक मुश्किल कर दिया है। कांदिवली स्टेशन पर डेक निर्माण कार्य के चलते प्लेटफॉर्म संख्या १, २ और ३ पर यात्रियों के खड़े होने के लिए नाम मात्र की जगह बची है। प्लेटफॉर्म पर केवल २ हाथ की जगह बची है, जहां से यात्री बमुश्किल गुजर पा रहे हैं। वहीं मलाड स्टेशन पर हाल ही में प्लेटफॉर्म शिफ्टिंग के चलते पूरा प्लेटफॉर्म कंस्ट्रक्शन जोन में तब्दील हो चुका है। ऐसे में पीक समय में यहां यात्रियों को एक जगह खड़ा होना तक कठिन हो रहा है। जबकि अंधेरी स्टेशन में प्लेटफॉर्म नंबर १, २ और ३ के ऊपर बने डेक को रेलवे ने स्टोरेज रूम में तब्दील कर दिया है। वर्तमान में यह स्थान गर्दुल्लों का आवास और रेलवे का गोदाम बनकर रह गया है।
यात्रियों ने इन निर्माण कार्यों से हो रही परेशानियों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है। उनका कहना है कि अगर रेलवे ने पहले से योजना बनाकर काम किया होता, तो इन दिक्कतों से बचा जा सकता था। एक यात्री ने गुस्से में कहा कि हमसे किराया तो पूरा लिया जाता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर सिर्फ असुविधाएं दी जा रही हैं। रोजाना लाखों यात्रियों का सफर इस बदइंतजामी की भेंट चढ़ रहा है।