यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
सामना संवाददाता / उल्हासनगर
उल्हासनगर में उल्हास नदी के ऊपर बने रायता पुल की रेलिंग टूट गई है। उसको अच्छी तरह से बनाने की बजाय सार्वजनिक बांधकाम विभाग थूकपट्टी का काम कर रहा है। विभाग ने लोहे की मजबूत पाइप की जगह प्लास्टिक की पट्टी लगाई है। इसे लेकर यहां से आने-जानेवाले वाहन चालकों का कहना है कि अगर कोई वाहन इस पट्टी से टकरा जाता है तो पट्टी उसे नहीं रोक पाएगी। वाहन चालक, वाहन समेत नदी में गिर जाएगा। बाइक चालक विश्वास कालूंखे ने बताया कि रायता पुल घुमावदार होने के कारण यहां हादसे की संभावना अधिक बनी रहती है। इस पुल की रेलिंग हर मानसून में टूट जाती है, इसके बावजूद कोई ठोस उपाय नहीं किया जाता है। वैसे देखा जाए तो राष्ट्रीय महामार्ग ६१ की काफी दयनीय हालत है। सड़क पर तमाम गड्ढे हैं, कहीं पर सड़क संकरी है तो कहीं सिग्नल ही नहीं है। जगह-जगह डिवाइडर को काट कर आने-जाने के लिए रास्ता बनाया गया है। राष्ट्रीय महामार्ग पर गंदगी भी काफी है।