रमेश सर्राफ धमोरा झुंझुनू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में राजस्थान के नाथद्वारा, आबू रोड व माउंट आबू का दौरा कर जनसभाओं को संबोधित किया। प्रधानमंत्री का आठ महीने में राजस्थान का पांचवां कार्यक्रम था। उनकी राजस्थान यात्रा को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। मोदी ने नाथद्वारा में श्रीनाथजी के दर्शन कर एक जनसभा को भी संबोधित किया। जिसमें उन्होंने ५,५०० करोड़ रुपए की विभिन्न सड़क व रेल परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया। मंच पर प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बैठे थे। अपने भाषण में मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री की मौजूदगी में बताया कि राजस्थान विकास के मामलों में गुजरात से आगे निकल चुका है। वहीं उन्होंने एक बार फिर पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को स्वीकृत करवाने की मांग भी की। प्रधानमंत्री मोदी ने आबूरोड में भाजपा द्वारा आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मोदी की जनसभा के दौरान मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित भाजपा के सभी बड़े नेता मौजूद थे। उसके बाद मोदी ने माउंट आबू स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में भाग लेकर एक बड़े अस्पताल का शिलान्यास भी किया। इस कार्यक्रम में दुनिया भर से राजयोगिनी शामिल होने आई थीं।
राहुल की रणभेरी
राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने चुनावी रणभेरी बजाने माउंट आबू पहुंच कर कांग्रेसी कार्यकर्ताअेम से मुलाकात कर उन्हें चुनावी मंत्र दिया। राहुल गांधी हेलिकॉप्टर से पोलो ग्राउंड उतरकर सीधे कांग्रेस के सर्वोदय संकल्प शिविर में पहुंचकर उसके बारे में जानकारी ली। शिविर में राहुल गांधी ने भजन सुने व प्रशिक्षणार्थियों से अपने अनुभव साझा किया। बताया जा रहा है कि इस शिविर में प्रशिक्षण लेकर प्रशिक्षणार्थी देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर कांग्रेस की नीतियों और उद्देश्य की जानकारी देंगे। इस शिविर में देशभर के करीब ४० कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। जिनको यहां पर प्रशिक्षण दिया गया। राहुल गांधी के माउंट आबू दौरे को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है। बताया जाता है कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी ने राजस्थान आकर चुनावी बिगुल फूंक दिया है। दिल्ली से राहुल गांधी नियमित उड़ान से उदयपुर हवाई अड्डे पर आए थे। जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने उनका स्वागत किया था।
गहलोत का निशाना
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में एक बयान देकर सचिन पायलट पर निशाना साधा है। गहलोत ने कहा कि २०२० में सचिन पायलट के नेतृत्व में मानेसर गए विधायकों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से उनकी सरकार गिराने के लिए दस करोड़ रुपए पेशगी में लिए थे। वह रकम अभी तक अमित शाह को लौटाई नहीं गई है। यदि विधायकों ने उन पैसों में से खर्च कर दिया है तो मैं दिला दूंगा। मगर अमित शाह को उनके पैसे लौटा दें। नहीं तो वह उन विधायकों पर लगातार दबाव बनाते रहेंगे। ऐसा कहकर गहलोत ने सचिन पायलट व उनके गुट के विधायकों को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है। पिछले दिनों सचिन पायलट ने बाडमेर में वन मंत्री हेमाराम चौधरी के पुत्र विरेन्द्र की स्मृति में बने छात्रावास भवन के उद्घाटन समारोह के दौरान आयोजित एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए वसुंधरा के बहाने मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधा था। उसी के जवाब में मुख्यमंत्री गहलोत ने सचिन पायलट को निशाने पर लेते हुए उनके खिलाफ कड़ा बयान दिया है। बयान देकर गहलोत ने पायलट व उनके साथी विधायकों को कांग्रेस आलाकमान की नजरों में संदिग्ध बना दिया है।
सदमे में वसुंधरा
राजस्थान में भाजपा की वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एकाएक सदमे में आ गई हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हे ऐसा झटका दिया है, जिससे वह शायद ही कभी उबर पाएं। गहलोत के झटके का असर वसुंधरा राजे की आगे की राजनीति पर भी प्रभाव डालेगा। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अभी तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व वसुंधरा राजे पर मिलीभगत की राजनीति करने का आरोप लगाते आ रहे थे। लोगों का भी मानना था कि मुख्यमंत्री गहलोत व वसुंधरा के बीच मिलीभगत का खेल चलता है। हाल ही में गहलोत ने कहा कि २०२० में सचिन पायलट व उनके गुट के विधायकों द्वारा उनकी सरकार को गिराने के प्रयास को वसुंधरा राजे व उनके खेमे के विधायकों के समर्थन के चलते ही फेल किया जा सका था। गहलोत के इस बयान ने जहां राजस्थान की राजनीति को गरमा दिया, वहीं वसुंधरा राजे को रात को ११ बजे प्रेस विज्ञप्ति जारी कर गहलोत के बयान का खंडन करना पड़ा था।
(लेखक राजस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार हैं। इनके लेख देश के कई समाचार पत्रों में प्रकाशित होते रहतें हैं।)