गजेंद्र भंडारी
चूरू में बीजेपी की वॉर को लेकर राजेंद्र राठौड़ ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है और हार की जिम्मेदारी पर भी बात की। उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष बनने के सवाल को लेकर भी गजब का जवाब दिया। राजस्थान में बीजेपी को मिली हार के बाद पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। प्रदेश के बड़े नेता लगातार दिल्ली का दौरा कर रहे हैं। बीते दिनों पहले सीएम भजनलाल के अलावा राजेंद्र राठौड़ और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया दिल्ली पहुंचे। इस मुलाकात के बाद प्रदेश नेतृत्व को बदलने की बात कही जा रही थी, लेकिन राजेंद्र राठौड़ ने इसे खारिज कर दिया। चूरू में धन्यवाद सभा के बाद राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि चूरू में बीजेपी की हार की नैतिक जिम्मेदारी मेरी है। कोई भी त्रुटि रही उसकी जिम्मेदारी मैं लेता हूं। प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि मैं इस रेस में बिल्कुल नहीं हूं। मेरा अधिकार भी नहीं है। राठौड़ ने कहा कि मैंने आज कार्यकर्ता की सभा में भी कहा है कि इस हार के बाद नेतृत्व भी हमारे दूसरे नेता करें और हमें सामान्य कार्यकर्ता के रूप में जहां भी काम करने का अवसर मिलेगा वहां काम करेंगे। आगे की प्लानिंग पर राठौड़ ने कहा कि एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में काम करुंगा और मुख्यमंत्री भजनलाल के मन में मेरे लिए जो आदर भाव है, उसका उपयोग करते हुए चूरू के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूंगा।
बीजेपी ने उल्टा लगाया आरोप
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि राजस्थान में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में १९ पेपर लीक हुए थे। उन्होंने कहा कि तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में प्रदेश के ७० लाख युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। भारद्वाज ने आरोप लगाया कि डोटासरा और गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने पेपर लीक उद्योग चलाया और डोटासरा ने आरएएस भर्ती परीक्षा में अपने रिश्तेदारों को टॉपर से अधिक नंबर दिलाकर लाखों युवाओं के साथ धोखा किया। भारद्वाज ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार के समय में युवाओं का भर्ती परीक्षाओं से विश्वास उठ गया था और राजस्थान भ्रष्टाचार के मामले में देश में पहले स्थान पर पहुंच गया था। उन्होंने याद दिलाया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग पर लाखों युवा सड़कों पर उतर आए थे, जिन पर गहलोत सरकार ने लाठियां चलवाई थीं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस की पिछली सरकार ने राजस्थान को लूटा और उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर था। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हर पेपर लीक हो रहा था, जबकि भाजपा सरकार ने १०० दिनों के भीतर ११ भर्ती परीक्षाओं का सफलतापूर्वक आयोजन करवाया।
भाटी की तारीफ
देश में लोकसभा चुनाव खत्म हो गए हैं, लेकिन राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर सीट से हारने वाले रविंद्र सिंह भाटी लगातार बयानबाजी के चलते चर्चा में बने हुए हैं। अब कांग्रेस से निष्कासित दिग्गज नेता अमीन खान ने रविंद्र सिंह भाटी की हार को भी जीत बताया है। रविंद्र भाटी के लोकसभा चुनाव हारने पर अमीन खान ने कहा कि रविंद्र को ज्यादा वोट नहीं मिले। हर गांव घूमते, लोगों से हाथ जोड़ी करते और लोगों को समझाते तो वो जीत भी जाते। अमीन खान ने रविंद्र सिंह भाटी की तारीफ करते हुए कहा कि उसके साथ कोई नहीं था। एक अकेला लड़का लोकसभा जैसे बड़े चुनाव में अगर ६ लाख वोट लाया है तो मैं इसे उसकी जीत मानता हूं। मैं तो २० दिन चुनावों के वक्त बाहर था। हां, वो अच्छा लड़का है। पढ़ा-लिखा है और साधारण परिवार से है, कोई पूंजीपतियों का नहीं है। विधानसभा चुनाव हारने के सवाल पर अमीन खान ने कहा कि कांग्रेस के जिलाध्यक्ष (फतेह खान) ने निर्दलीय चुनाव लड़ा, इसलिए ही मैं चुनाव हारा वरना, २० हजार से जीतता। कांग्रेस से निष्कासन के सवाल पर अमीन खान ने कहा कि मैं निष्कासन को जातिवाद और पक्षपात की नजर से देखता हूं। मैं निष्कासन से खुश हूं।