मुख्यपृष्ठनए समाचारराजस्थान का रण: ...ताकि गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे

राजस्थान का रण: …ताकि गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे

गजेंद्र भंडारी

लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले कांग्रेस अलर्ट मोड पर है। पार्टी ने अपने सभी पोलिंग एजेंट से मतगणना के दिन फॉर्म १७सी का डेटा मिलान के बाद ही मतगणना शुरू करवाने के निर्देश दिए हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने ईवीएम में गड़बड़ी और आंकड़ों में हेरफेर की आशंका जताई है। इसे देखते हुए पार्टी ने अपने पोलिंग एजेंट को कहा है कि फॉर्म १७सी और ईवीएम का डेटा का मिलान न हो तो आपत्ति दर्ज कराएं और जब तक समाधान नहीं हो, तब तक मतगणना शुरू नहीं होने दें। पोलिंग एजेंट को फॉर्म १७सी को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है। हाल ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी पार्टी नेताओं के साथ फार्म १७सी को लेकर मंथन किया था। मतदान खत्म होने के बाद जब ईवीएम सील की जाती है, तब उसमें दर्ज डेटा फॉर्म १७सी में भी दर्ज किया जाता है। यह डेटा पोलिंग एजेंट के पास होता है। फॉर्म १७सी में ईवीएम का सीरियल नंबर, बूथ पर मतदाताओं की कुल संख्या, मतदाताओं के रजिस्टर में वोटर की संख्या, ईवीएम में दर्ज वोटों की संख्या, बैलेट पेपर की संख्या के साथ ही सभी पोलिंग एजेंट और चुनाव अधिकारियों के हस्ताक्षर होते हैं। वहीं लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी, विस्तारक प्रदेश कार्यालय में जुटेंगे। सभी जिला अध्यक्षों को भी बुलाया गया है। लोकसभा सीट जीतने के बाद की रणनीति पर चर्चा होगी।

चुरू सीट पर कौन जीतेगा

मुंबई के शीर्ष सट्टेबाज ने कहा कि पहले चरण के मतदान से पहले बीजेपी के लिए संख्या अधिक थी, लेकिन तीन चरण के मतदान के बाद सट्टा बाजार में बीजेपी के लिए गिरावट का रुख देखा गया। सट्टा बाजार के मुताबिक, चूरू में कांग्रेस मजबूत नजर आ रही है। चूरू लोकसभा सीट से बीजेपी के बागी और कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां मैदान में हैं, जबकि बीजेपी ने पैरां ऑलपिंयन देवेंद्र झाझरिया को मैदान में उतारा था। हालांकि, चूरू में राजेंद्र राठौड़ के वर्चस्व के चलते यह लड़ाई अप्रत्याशित तौर पर राहुल कस्वां और राजेंद्र राठौड़ के बीच दिखाई दी, जिसके चलते शेखावाटी का पारा हाई रहा। कभी राठौड़ को काका कहने वाले कस्वां के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत कांग्रेस के कई नेता इस सीट पर जोर लगाते दिखाई दिए। अगर देशभर में कांग्रेस की सीटों की बात करें तो सट्टा बाजार ने ५५ से ६५ सीटों के लिए भविष्यवाणी जाहिर की है। सट्टेबाज ने कहा कि बाजार ने कभी ४०० पार के नारे का समर्थन नहीं किया। सट्टा बाजार की दरों के अनुसार, ३५० सीटें भी संभव नहीं लगतीं। २०२४ के लोकसभा चुनाव पर ८ से ९ लाख करोड़ से अधिक का सट्टा लग रहा है। चुनाव की घोषणा होते ही बाजार खुल गया।

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