राजेश विक्रांत मुंबई
डर क्या होता है, बदहाल कानून व्यवस्था का आतंक क्या होता है, इसे भाजपा शासित यूपी के किसी भी आम नागरिक से पूछा जा सकता है। ललितपुर से लखीमपुर तथा प्रयागराज से गाजियाबाद तक की कुल मिलाकर कहानी एक ही है। भय व आतंक। हत्या व मारपीट, चोरी, डवैâती व लूटपाट की बढ़ती घटनाओं के साए में आम नागरिक जीने को मजबूर है। उसे योगी सरकार की असलियत का पता चल गया है कि ये बात बहादुर सरकार है, करेगी कुछ नहीं। लेकिन पब्लिसिटी अरबों की करेगी। लोग बिजली, पानी, रोजगार, दवा के लिए तरस रहे हैं। सड़कों की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। थाने से लेकर सरकारी कार्यालयों में सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का राज है। जनता की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कानून व्यवस्था तार-तार हो चुकी है। रोज लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। पीड़ित न्याय के लिए दर- दर भटकने को मजबूर हैं। बदायूं, बहराइच और हरदोई की ताजा घटनाएं बताती हैं कि अब यूपी में हर कोई सहमा-सहमा सा रहता है।
बदायूं का मामला तो बेहद दिल दहलाने वाला है। वहां पर एक शख्स ने तीन बच्चों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इसमें दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि तीसरा बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने आरोपी साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है।
यह घटना सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की बाबा कॉलोनी की है। मंडी पुलिस चौकी से चंद कदमों दूर ही वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने साजिद को हालांकि एनकाउंटर में मार गिराया है लेकिन अब इलाके के लोगों में डर व्याप्त हो गया है।
बाबा कॉलोनी के एक निवासी का कहना है कि योगी सरकार को काम करने की बजाय बयान देने में ज्यादा मजा आता है। कुछ समय पहले यानी अतीक अहमद मामले के बाद योगी सरकार ने माफिया सफाई अभियान चलाने की घोषणा की थी। इसके लिए बाकायदा ६१ माफियाओं की लिस्ट भी तैयार की गई थी। कहा गया कि इनके गैंग को खत्म करने से लेकर उनकी ५०० करोड़ की संपत्ति जब्त करेंगे, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
दरअसल, जिस पुलिस के ऊपर यह जिम्मा था वह खुद ही अक्षम है तो सही काम कैसे करेगी? योगी की पुलिस लंबी तानकर सोने के लिए कुख्यात है इसलिए अपराधी उससे बिल्कुल नहीं डरते। और तो और थाने में ही कांड हो जाता है। बहराइच में यही हुआ। नेपाल सरहद के अति संवेदनशील जिले बहराइच की नानपारा कोतवाली के मालखाने से भारी मात्रा में कारतूस व असलहे के साथ दंगा नियंत्रण के गोला-बारूद भी गायब हैं। इन्हें जमीन खा गई या आसमान निगल गया, कोई नहीं जानता। ये आज से नहीं, बल्कि बरसों से चल रहा है। हेड मोहर्रिर व कोतवाल बिना गिने एक-दूसरे से चार्ज लेते रहे। उधर चोर जो कि महकमे के ही हैं, माल गायब करते रहे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच खेला होता रहा। जीपी लिस्ट गायब पाए जाने पर इसकी जांच एसपी ने गठित टीम से कराई तो गड़बड़ी की पुष्टि होने पर अज्ञात के विरूद्ध केस दर्ज किया गया है।
लेकिन योगी जी को समझाए कौन कि साहब, आपकी पुलिस एक नंबर की अक्षम और लापरवाह है। ये किसी काम की नहीं है। योगी जी तो बेध्यानी में बयान देते रहे। एक के बाद एक घोषणाएं करते रहे। माफियाओं और अपराधियों को जबानी चेतावनी देते रहे कि भ्रष्टाचारी, अपराधी और बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करने वालों के लिए डबल इंजन की सरकार महा काल है। जबकि वास्तविकता ये है कि समाज विरोधी तत्व महा काल हैं। योगी की सरकार अकाल है।
हरदोई जिले में पाली कस्बा के मोहल्ला शेख सरांय में जिलाबदर अपराधी को पकड़ने गई पुलिस पर अपराधी के घर की महिलाओं ने हमला कर दिया है। परिवार की महिलाओं ने चौकी इंचार्ज व सिपाही से धक्का-मुक्की कर जिलाबदर अपराधी को छुड़वा लिया। इसके बाद परिवार सहित अपराधी फरार हो गया। हमले की जानकारी पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और महिलाओं की पहचान कर कार्रवाई शुरू की है।
योगी जी, तुमसे न हो पाएगा। आप तो बयान देते रहो। अपनी ताकत का दिखावा करते रहिए। यूपीवासियों का बदायूं, बहराइच व हरदोई होता रहेगा। आपकी नाक के नीचे लखनऊ में कुछ रईसजादे कानून व्यवस्था को ताक पर रखते रहेंगे। खुलेआम गोलियां चलाते रहेंगे। हरदोई में पुलिस के ऊपर हमला होता रहेगा। बहराइच में कोतवाली से कारतूस व हथियार गायब होते रहेंगे। बदायूं में बच्चों की नृशंस हत्या होती रहेगी और आप यूपी में कानून व्यवस्था को और बेहतर करने में हजारों करोड़ रुपए खर्च करते रहेंगे। ३७ हजार करोड़ से ज्यादा का भारी-भरकम बजट देते रहेंगे। पुलिस भवनों के निर्माण पर विशेष जोर होगा। इसमें करीब २,२५० करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। वहीं वाहनों व अन्य अत्याधुनिक उपकरणों की भी बड़ी खरीद होगी, लेकिन पुलिस वाले अपनी जमीर बेचते रहेंगे। दुष्परिणाम पूरे सूबे के नागरिक हमेशा सहमे-सहमे रहेंगे।
(लेखक तीन दशक से पत्रिकारिता में सक्रिय हैं और ११ पुस्तकों का लेखन-संपादन कर चुके वरिष्ठ व्यंग्यकार हैं।)