सभी ने संकटमोचन के दरबार में लगाई हाजिरी
उमेश गुप्ता / वाराणसी
काशी में हनुमान जन्मोत्सव की धूम रही। सभी हनुमान मंदिरों पर भक्तों की कतार लगी रही। श्रद्धालु महावीर की पूजा पाठ और भक्ति में पूरी तरह से लीन नजर आए। हाथों में लहराती लाल-केशरिया ध्वजाएं, मुख से जय श्रीराम के गगनभेदी उदघोष, साथ में डमरूओं की डम डम से गुंजायमान वातावरण में राम नाम संकीर्तन करता मंडलियों का समूह। बस आंखों में अपने आराध्य प्रभु हनुमंत लाल के दर्शन की आस लिए हजारों भक्त चिलचिलाती धूप में नंगे पांव श्री संकट मोचन हनुमान जी की चौखट तक पहुंच खुद को धन्य करते रहे। यह दृश्य मंगलवार को हनुमत सेवा समिति, नेवादा की ओर से निकाली गयी हनुमान ध्वजायात्रा के अवसर पर दिखा।
भिखारीपुर तिराहे से संकट मोचन मंदिर तक पूर्वांचल भर के भक्तों का सैलाब देख लगा मानों आस्था का सैलाब उमड़ गया हो। आस्थावानों का हुजूम इस कदर रहा कि 5.25 किलोमीटर की यह यात्रा पूरी करने में 4 घंटे से ज्यादा समय में पहुंची। ध्वजा यात्रा का शुभारंभ प्रात 7 बजे भिखारीपुर तिराहे पर मुख्य अतिथि अन्नपूर्णा मंदिर के महंत स्वामी शंकर पुरी, समिति के अध्यक्ष रामबली मौर्य आदि ने देव विग्रहों का षोड़शोचार पूजन और आरती कर किया।
500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर की अदभुत झांकी शिव की नगरी में पहली बार हनुमान ध्वजायात्रा में सजाई गई। ध्वजायात्रा में विशेष रूप से तैयार किये गए ट्राला पर 25 फीट लम्बे, 22 फीट ऊंचे एवं 15 फ़ीट चौड़े राम मंदिर की विशाल झांकी बनाई गई थी, जिसमें अयोध्या से आई 14 इंच की रामलला की प्रतिकृति प्रतिमा संग सरयू जल और जन्म भूमि की माटी भी विराजित की गई थी। रामलला के विग्रह के दर्शन के लिए भक्तों का रेला उमड़ता रहा। वहीं 60 फीट लम्बे रथ पर श्रीराम दरबार की झांकी विद्यमान रही, जिस पर संकट मोचन मंदिर की कीर्तन मण्डली की ओर से रामनाम संकीर्तन चलता रहा। उनके आगे 251 डमरू वादकों का दल डमरू वादन करते हुए चल रहा था।
हनुमान ध्वजा यात्रा में पूर्वांचल भर से हजारों श्रद्धालु शामिल हुए, जिन्होंने विश्व कल्याणार्थ संकट मोचन हनुमान जी के चरणों में 11,000 ध्वजाएं अर्पित कीं। 25 फीट की विशाल मुख्य ध्वजा समिति के अध्यक्ष रामबली मौर्य की ओर से अर्पित की गयी, जिसके बाद श्रद्धालु हनुमान जी के चरणों में ध्वजा अर्पित कर खुद को धन्य करते रहे। इसके बाद श्रद्धालुओं ने सामूहिक महाचालीसा पाठ कर प्रभु के समक्ष अपनी अर्जी लगाई।
अयोध्या और मथुरा की तरह काशी अंर्तगृही क्षेत्र को भी मांस मदिरा मुक्त कराने के लिए चलाए जा रहे अभियान पवित्र काशी के मांग के समर्थन में हनुमान ध्वजायात्रा में विशेष झांकी सम्मिलित हुई। झांकी में शिव की नगरी काशी को मांस मदिरा मुक्त करने का आवाहृन किया गया। इस मौके पर भक्तों के समूह को मांस मदिरा मुक्त काशी के समर्थन में शपथ भी दिलाई गयी।
इस दौरान अजय मौर्य, डा. सन्तोष ओझा, डॉ रितु गर्ग, डा. एके कौशिक, आरके चौधरी,यूएस अग्रवाल, अनिल गुप्ता, ललित गुप्ता, राजीव अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, दिनेश गर्ग, डॉ संजय गर्ग, बलवीर सिंह बग्गा, आशा अग्रवाल, अनुज डिडवानिया और आरसी जैन आदि रहे।