मनमीत गुप्ता / अयोध्या
अयोध्या राम जन्मभूमि रामलला के लिए हिंदुओं के चार धामों में प्रथम जगन्नाथपुरी से रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार के लिए रक्षा सूत्र राखी आई है। यह राखी जगन्नाथ स्वामी श्री कृष्ण, बलदाऊ व सुभद्रा की तरफ से पुजारी प्रमुख जनार्दन पट्टाजोशी महापात्रा उड़ीसा जगन्नाथ धाम से लेकर आए हैं। पुजारी प्रमुख जनार्दन पट्टाजोशी ने राम जन्मभूमि रामलला का दर्शन किया। राम मंदिर निर्माण कार्य को देखा और रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास से मुलाकात कर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के लिए जगन्नाथ पुरी से लाई गई राखी भेंट की। जगन्नाथ मंदिर के प्रमुख पुजारी जनार्दन पट्टाजोशी ने जगन्नाथपुरी की ध्वजा भी रामलला के मुख्य पुजारी को भेट किया। जनार्दन पट्टा जोशी ने कहा कि रामलला के लिए यह पवित्र राखी जगन्नाथ धाम से लेकर आए हैं। अब जगन्नाथपुरी और रामलला के बीच का संबंध राखी को लेकर परंपरा के रूप में कायम होगी।
इससे पूर्व भी फागुन होली के पर्व पर जगन्नाथपुरी से गुलाल भेंट किया गया था। जगन्नाथ और श्रीराम में कोई अंतर नहीं है। दोनों एक ही हैं। जगन्नाथ स्वामी कलयुग के भगवान हैं। जनार्दन पट्टा जोशी रामलला की आरती में भी शामिल हुए। प्रमुख पुजारी का कहना है कि भगवान श्रीराम की आरती में शामिल होकर आनंद की अनुभूति हुई। राम जन्मभूमि में एक अलग ही ऊर्जा का संचार होता है। जनार्दन पट्टा जोशी का प्रयास है की जगन्नाथपुरी को अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव से जोड़ा जाए। इसके लिए उनका प्रयास प्रारंभ हो चुका है। प्रमुख पुजारी जनार्दन पट्टा जोशी ने वीडियो कॉल के माध्यम से सुप्रसिद्ध भजन गायिका अनुराधा पौडवाल से आध्यात्मिक वार्ता की। जगन्नाथपुरी के प्रमुख पुजारी जनार्दन पट्टा जोशी अपनी पत्नी के साथ अयोध्या दर्शन करने आए थे, जहां सर्किट हाउस में उनका स्वागत तीर्थ अयोध्या पर्यटन एंड फिल्म प्रोडक्शन की डायरेक्टर शिल्पी ने राम मंदिर का चित्र भेट कर स्वागत किया।