सामना संवाददाता / नई दिल्ली
नेपाल के रास्ते आसानी से हिंदुस्थान में अवैध रूप से घुसपैठ करनेवाली पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर इन दिनों सुर्खियों में है। इस घटना के कारण नेपाल-हिंदुस्थान सीमा पर तैनात सुरक्षा व्यवस्था की खूब किरकिरी हुई है इसलिए अब सुरक्षा एजेंसियों को वहां लोगों की निगरानी सख्त करने का आदेश दिया गया है। इससे सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गई हैं। इसके बाद रक्सौल बॉर्डर से दो चीनी ‘रास्कल’ को पकड़ा गया है, जो बिना किसी वीजा के अवैध रूप से घुसपैठ कर रहे थे। इसके अलावा दार्जिलिंग के रास्ते भी एक अवैध चीनी की धरपकड़ हुई है। नेपाल के रास्ते से चीनियों की इस तरह से अवैध एंट्री ने देश की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
बिहार के रक्सौल बॉर्डर से घुसनेवाले दोनों चीनी ‘रास्कल’ को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों बिना वीजा और पासपोर्ट के हिंदुस्थान में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। दोनों चीनी नागरिकों को अवैध प्रवेश करते समय रक्सौल स्थित हिंदुस्थानी इमिग्रेशन विभाग द्वारा पकड़ा गया। इसमें एक का नाम झाओ जिंग और दूसरे का नाम फू कोंग है। दोनों जियांग्शी, चीन के रहनेवाले हैं। हैरानी की बात है कि इन दोनों को ही एक बार पहले गत २ जुलाई को पकड़ा गया था और उनके पासपोर्ट पर ‘चेतावनी’ के साथ ‘प्रवेश से इनकार’ का ठप्पा लगाकर नेपाल वापस भेज दिया गया था। उन्हें हिंदुस्थान का वीजा लाने की सलाह दी गई थी। अब २२ जुलाई को ये दोनों फिर से बिना पासपोर्ट और वीजा के अनधिकृत रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।
संवेदनशील डोकलाम
यह इसलिए भी गंभीर मसला है, क्योंकि चीनी नागरिक जिस डोकलाम के चिकन नेक इलाके से पकड़ा गया है, वह काफी संवेदनशील इलाका है। अब सवाल है कि आखिरकार यह चीनी नागरिक वहां क्या कर रहा था? बता दें कि हिंदुस्थान-नेपाल की कुल सीमा १,८५० किलोमीटर की है, लेकिन उसने दार्जिलिंग का यह इलाका क्यों चुना? डोकलाम में अक्सर चीन विवाद पैदा करता रहता है। चीनी का नाम उमेश
दूसरी ओर दार्जिलिंग से भी एक चीनी गिरफ्तार किया गया है। वह पानीटंकी के पास से पकड़ा गया। उसका नाम पेंग योंग्जिन है। वह नेपाल में उमेश के फर्जी नाम से रह रहा था। इसी नाम से उसने नेपाल का पासपोर्ट बनवा रखा था और इसी के जरिए वह हिंदुस्थान में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। पकड़े गए चीनी नागरिक से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। उससे यह जानने की कोशिश की जा रही है कि वह किस मकसद से घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था?