धीरेंद्र उपाध्याय
पनवेल के एक २० वर्षीय व्यक्ति के फेफड़े और हृदय के बीच में मौजूद दो किलो की गांठ सर्जरी करके निकाली गई। यह सर्जरी जेजे अस्पताल के हार्ट सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने इस बेहद जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इससे उस युवक को जीवनदान मिला है। उल्लेखनीय है कि डोंबिवली में ठेका पद्धति पर काम करनेवाले अभियंता पनवेल के २० साल के विशाल कदम को एक साल पहले मधुमेह का पता चला था। उसके बाद कुछ दिन पहले मस्तिष्क में चोट लगने से उनका इलाज किया गया था। इस बीच उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद परिजन उन्हें सीटीस्वैâन के बाद पनवेल के एक निजी अस्पताल में ले गया, जहां उनके फेफड़े और हृदय के बीच एक ट्यूमर का पता चला। ट्यूमर बड़ा होने के कारण अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें टाटा अस्पताल ले जाने की सलाह दी, लेकिन माता-पिता ने बच्चे को टाटा ले जाने की हिम्मत नहीं की इसलिए उन्होंने विशाल को मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती करा दिया। इस बीच जेजे अस्पताल में किए गए सीटीस्वैâन में १२.१४ सेमी का ट्यूमर दिखा। गांठ को जांच के लिए भेजा गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह वैंâसरयुक्त तो नहीं है। अस्पताल की डीन डॉ. पल्लवी सापले, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय सुरासे, विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज जोशी के मार्गदर्शन में विशाल का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। सर्जरी बहुत जटिल थी, क्योंकि ट्यूमर का एक हिस्सा फेफड़ों और हृदय की परत से चिपक गया था। डॉक्टरों ने फेफड़ों और दिल को नुकसान पहुंचाए बिना यह सर्जरी की। ट्यूमर वास्तव में सिटीस्वैâन में आकार से बड़ा दिखाई दे रहा था। चर्बी की गांठ बड़ी होने के कारण उसे दो भागों में काटकर बाहर निकाला गया।
डॉक्टरों की टीम को मिली सफलता
जेजे अस्पताल के हार्ट सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. मनोज जोशी के मार्गदर्शन में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सूरज नागरे, एनेस्थेटिस्ट डॉ. अश्विन सोनकांबले सहायक प्रोफेसर डॉ. दीपक जयसवाल, डॉ. अक्षय कुमार, डॉ. ज्योति रंजन ने स्टाफ वर्षा फेगड़े, अंकिता के साथ मिलकर सफलतापूर्वक सर्जरी की।