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पाठकों की रचनाएं : मोहताज बनाकर

उसने कहा
तुम हमें वोट दो
हम तुम्हें
सपना देंगे।
सपना भी वह
जिस पर तुम
झूमोगे
झूलोगे
आसमान चुमोगे
और रहोगे हमेशा
आसमान में
सपनों के साथ।
जहां पर तुम
ढूंढते रहोगे हकीकत
नाकामयाब होकर
और कराहते रहोगे सपना
अंतहीन
बिह्वल होकर।।
-अन्वेषी

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