`दोपहर का सामना’ में मैंने एक खबर पढ़ी, जिसमें शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) युवानेता और विधायक आदित्य ठाकरे ने अकाल से जूझ रहे महाराष्ट्र के सिन्नर व अन्य क्षेत्रों के किसानों से मुलाकात कर उनका दुख-दर्द जाना। इस दौरान उन्होंने `ईडी’ सरकार को खूब लताड़ा। किसानों का दुख-दर्द नहीं समझती है और उनकी कर्जमाफी नहीं करती है, ऐसा आरोप लगाते हुए आदित्य ठाकरे ने सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने किसानों से कहा कि यदि आप लोग कॉन्ट्रैक्टर होते तो यह सरकार आपके कर्ज माफ कर देती। मैं भी आदित्य ठाकरे की इस बात से सहमत हूं। इस सरकार का रवैया कुछ ऐसा ही है।
-मोहन राव, विलेपार्ले
कॉलेज में रैगिंग पर रोक लगे
गांधी मेडिकल कॉलेज के छात्रों के साथ हुई रैगिंग की खबर `दोपहर का सामना’ में प़ढ़ी। रैगिंग के नाम पर जूनियर छात्रों से जिस तरह का व्यवहार किया गया, वह बेहद घिनौना है। ३० छात्रों को शराब पिलाई गई, उनके कपड़े उतरवाए गए यह शर्मनाक घटना है। हालांकि, रैगिंग करनेवाले छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन आगे ऐसा कभी न हो इस बारे में कुछ ठोस करने की जरूरत है। हालांकि, रैगिंग के बढ़ते मामलों को देखते हुए खुद सुप्रीम कोर्ट इस पर रोक लगाने के लिए यूजीसी को निर्देश दे चुका है। इसके बावजूद इस तरह की घटना का होना बेहद निंदनीय है।
-सिद्धार्थ वर्मा, विक्रोली