सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई अग्निशमन दल में घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में मुंबई अग्निशमन दल के मुख्य क्लर्क सहित पांच लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। ठगों ने मुंबई अग्निशमन दल में भर्ती के नाम पर ६१ युवकों से करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दिया है। आग्रीपाडा पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की है। पुलिस को उम्मीद है कि ठगी के शिकार युवकों की यह संख्या बढ़ सकती है।
आग्रीपाडा पुलिस ने भायखला के विभागीय अग्निशमन दल अधिकारी रमेश दामोदर भोर के बयान के आधार पर शिकायत दर्ज की गई है। शिकायत में बताया गया है कि २०२३ में ९१० अग्निशमन जवानों की भर्ती की गई। ४२,५३४ आवेदकों में से १८,४८१ ने शुरुआती परीक्षा पास की। ११ मई, २०२३ को मनपा की वेबसाइट पर ८७३ सफल उम्मीदवारों की अंतिम सूची प्रकाशित की गई। इस सूची में से ५५० उम्मीदवारों को पहले बैच में प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया, जिनमें से ५०८ ने भाग लिया। आखिर में ४९० उम्मीदवारों ने प्रशिक्षण का पहला बैच पूरा किया। इसके बाद २४७ लोगों का दूसरा बैच पूरा किया। २७७ उम्मीदवारों की प्रतीक्षा सूची बनाई गई थी, लेकिन नवंबर में इसकी अवधि समाप्त हो गई।
फर्जी तरीके से नकली नियुक्ति पत्र
इस बीच मुख्य क्लर्क, कुर्ला अग्निशमन दल के अग्निशमन दल के जवान, अंधेरी अग्निशमन दल के संचालक और सुरक्षा गार्ड द्वारा फर्जी तरीके से नकली नियुक्ति पत्र बनाए गए, जिसमें दावा किया गया कि उम्मीदवारों को वर्ष की शुरुआत में मनपा द्वारा आयोजित परीक्षणों में उनके प्रदर्शन के आधार पर अग्निशमन जवान के पदों के लिए चुना गया था। उम्मीदवारों को १२ जुलाई तक एक चिकित्सा जांच में शामिल होने का निर्देश दिया गया था। इन फर्जी पत्रों पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी के जाली हस्ताक्षर थे और आउटगोइंग लेटर रिकॉर्ड में विसंगतियां थीं। जांच में पता चला कि मुख्य क्लर्क ने पीड़ितों से २३ लाख रुपए लिए थे। घोटाले का पता चलने पर पीड़ितों ने पुलिस से संपर्क किया और अपनी शिकायत दर्ज कराई।