भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष आक्रामक
सामना संवाददाता / मुंबई
महायुति सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। सत्ताधारी विधायकों से लेकर मंत्रियों तक की दलालों से दोस्ती छुपी नहीं है। शासकों का ध्यान अपनी जेबें भरने पर है और उन्हें आम जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। मॉनसून सत्र के बारहवें दिन विधानमंडल परिसर में विरोधी दल आक्रामक हो गया। विपक्षी दल के विधायकों ने ‘भाजपा हटाओ, भ्रष्टाचार मिटाओ’, ‘महायुति सरकार का एक ही मिशन, हर ठेके में ३० प्रतिशत कमीशन’ नारे लगाते हुए सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
किसानों को सड़क पर लाने वाली सरकार का धिक्कार हो, भ्रष्टाचारी हुए सत्ताधारी, महायुति सरकार का एक ही मिशन है, हर ठेके में ३० फीसदी कमीशन, सत्ताधारी दल भ्रष्टाचारी हो गया है, मेहनत करने वाले भिखारी बन गए हैं, हर योजना में सरकार लेती है कमीशन, फिर भी वे कहते हैं हम नहीं भ्रष्टाचारी, भाजपा हटाओ, भ्रष्टाचार मिटाओ, सत्ताधारी विधायक से लेकर मंत्री तक सभी की है दलालों से दोस्ती जैसे विभिन्न नारे लिखी तख्तियां लेकर महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने राज्य में बढ़े भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कमिशन एजेंट सरकार हाय-हाय, कमीशनखोर सरकार हाय-हाय, खोके सरकार हाय-हाय, शेतकरी विरोधी सरकार का धिक्कार हो, ऐसे गगनभेदी नारे लगाते हुए महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने विधानमंडल की सीढ़ियों पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया।