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आगमन-विसर्जन के लिए सड़कों की मरम्मत …बाप्पा के आगमन की पूरी हुई तैयारी …२.६० लाख गणेश प्रतिमाओं का होगा पूजन

-३,५०० सार्वजनिक,१०,००० सोसायटी पंडाल
– विसर्जन के लिए बनाए गए २४० कृत्रिम तालाब

सामना संवाददाता / मुंबई
गणपति बाप्पा के स्वागत के लिए मुंबई पूरी तरह से तैयार है। मुंबई मनपा ने गणेशोत्सव के लिए पूरी मशीनरी तैयार रखी है। बाप्पा के आगमन और विसर्जन वाली सड़कों की मरम्मत कर दी गई है। इसके साथ ही शहर के विभिन्न क्षेत्रों में २४० कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। शहर और पूर्व-पश्चिम उपनगरों में कुल ६९ प्राकृतिक तालाबों की व्यवस्था की गई है। इसी तरह चौपाटी पर भी गणेश विसर्जन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मनपा प्रशासन ने बताया कि वार्ड स्तर पर मोबाइल विसर्जन स्थलों के साथ ही गणेश प्रतिमा संग्रहण केंद्र भी होंगे।
मुंबई में इस बार भी पुराने उत्साह और उमंग के साथ गणेश उत्सव मनाया जाएगा। मुंबई में गणेश उत्सव किसी एक धर्म का नहीं, बल्कि पूरे शहर का त्योहार है। इस बार २.६० लाख गणेश प्रतिमाएं पूजा के लिए तैयार हैं, जो पिछले साल की तुलना में १०,००० ज्यादा हैं। बृहन्मुंबई सार्वजनिक गणेश उत्सव समन्वय समिति के अध्यक्ष नरेश दहिबावकर के अनुसार मुंबई में नई सोसायटीज और पंडाल तेजी से बढ़ रहे हैं। २०२३ में सार्वजनिक पंडालों की संख्या लगभग ३,२०० थी, जो इस बार बढ़कर ३,५०० हो गई है। सोसायटी पंडाल की संख्या भी ९,००० से बढ़कर १०,००० हो गई है।
इस तरह की गई तैयारी
मनपा प्रशासन ने कहा कि सभी २४ प्रशासनिक प्रभागों में २४ समन्वय समितियां स्थापित की गई हैं, ताकि गणेशोत्सव सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जा सके। इसमें मनपा के सहायक आयुक्तों और संबंधित अधिकारियों के साथ पुलिस अधिकारी, बृहन्मुंबई सार्वजनिक गणेशोत्सव समिति के प्रतिनिधि और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हैं।
इसी तरह विसर्जन के दिन कई स्थानों पर वायरलेस मैसेजिंग सिस्टम के साथ-साथ आपातकालीन सेवाओं के रूप में लाइफगार्ड मोटर बोट, चिकित्सा सेवाएं, एम्बुलेंस आदि सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

पर्यावरण क्षति को रोकने की कोशिश
पर्यावरण क्षति को रोकने के लिए पिछले कुछ वर्षों से कचरे के संग्रहण और निपटान के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जा रही है। इसलिए निर्माल्य को समुद्र या तालाबों में नहीं बहाया जाता। जल प्रदूषण को रोकने के लिए एकत्र की गई ५०० मीट्रिक टन निर्माल्य से पिछले वर्ष उर्वरक तैयार किया गया था।

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