बड़ा सवाल
दूसरे चरण में ३९१ करोड़ का मरम्मत कार्य बढ़कर ४२१ करोड़ तक वैâसे पहुंच गया?
सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे में ३१ मई तक सड़क मरम्मत कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य मनपा ने तय किया है। द्वितीय चरण में कुल ३९१ करोड़ रुपए की निधि राज्य सरकार द्वारा मंजूर की गई है। मरम्मत का कार्य अभी चल रहा है लेकिन सड़क कार्य के लिए तय किया गया खर्च बढ़कर ४२१ करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। ठाणे मनपा ने राज्य सरकार को पत्र देकर बढ़ी हुई राशि की मांग की है। यदि राज्य सरकार उक्त निधि मुहैया नहीं कराती है तो ठाणे मनपा को खुद की तिजोरी से खर्च करना होगा। सड़क कार्य में लगनेवाला खर्च क्यों बढ़ा, इसका कारण क्या है? यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
वृद्धि का कारण
खर्च में बढ़ोतरी के मामले में जानकारों का कहना है कि सड़क कार्यों का आकलन करने के बाद योजना प्रस्तुत करने के बाद निविदाएं जारी की गर्इं।
द्वितीय चरण में ३९१ करोड़ रुपए के कार्यों के लिए सरकार द्वारा मंजूरी देने के बावजूद मनपा ने अतिरिक्त कार्य के लिए टेंडर जारी कर दिया।
३१ मई तक पूरा करना है काम
बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आदेशानुसार ठाणे मनपा यहां ‘बदलता ठाणे’ अभियान चला रही है। इस बदलते ठाणे अभियान के तहत प्रथम चरण में ठाणे शहर में २१४ करोड़ की लागत से चल रहे १२७ सड़कों का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, जबकि द्वितीय चरण में ३९१ करोड़ की लागत से १५७ सड़कों का कार्य ४ फरवरी से प्रारंभ किया गया है। मनपा को इन दोनों चरणों में सड़क का काम ३१ मई तक पूरा करना है लेकिन दूसरे चरण के सड़क कार्यों की लागत में ३० करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। इस बढ़ी हुई लागत को सरकार से दिलवाने के लिए महानगरपालिका ने पत्र लिखा है। यदि बढ़े हुए व्यय की राशि सरकार से प्राप्त नहीं होती है तो उस व्यय का भुगतान मनपा को अपनी ही तिजोरी से करना होगा। अब मनपा प्रशासन पूछ रहा है कि खर्च क्यों और वैâसे बढ़ा है?
मनपा ने किया था सर्वे
मनपा ने सड़क का सर्वे करके लागत का अनुमान लगाया और काम सौंप दिया। किन सड़कों का निर्माण किया जाएगा, इसकी विस्तृत योजना तैयार की गई थी। १५७ सड़कों पर ३९१ करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाकर मनपा ने शासन को स्वीकृति के लिए भेजा था। सरकार ने यह प्रस्ताव मंजूर भी कर लिया था। अब एक बार फिर पत्र लिखकर ठाणे मनपा ने बढ़ी हुई राशि की मांग की है।