अनिल मिश्रा / अंबरनाथ
ठाणे के अंबरनाथ, कल्याण, शहाड, डोंबिवली सहित अन्य इलाकों में कई कंपनियां स्थापित की गई हैं, एमआईडीसी भी इलाके हैं। लेकिन भविष्य में ये बंद हो सकती हैं और हजारों लोगों की नौकरी भी जा सकती है। ऐसा अंदेशा इसलिए जताया जा रहा है, क्योंकि कंपनियों और एमआईडीसी इलाकों के आस-पास रिहायशी इमारतें बनाई गई हैं, जिनमें सैकड़ों परिवार रह रहे हैं। कंपनियों और एमआईडीसी इलाकों में स्थित कारखानों से निकलने वाले धुएं और आवाजों से रिहायशी इमारतों में रहनेवाले लोगों को परेशानी होती है और वे लोग इसकी शिकायत पुलिस-प्रशासन से करते हैं, जिसके बाद पुलिस-प्रशासन द्वारा कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। शहाड-पश्चिम और पूर्व में सेंचुरी केमिकल, सेंचुरी रेयान, अंबरनाथ-पश्चिम में मोरिवली एमआईडीसी परिसर में सैकड़ों कंपनियां हैं, जिसमें हजारों लोग काम करते हैं। अंंबरनाथ, बदलापुर, उल्हासनगर, शहाड, डोंबिवली में औद्योगिक क्षेत्र में कंपनियों से सट कर इमारतें व टावर बनाए गए हैं। कंपनी से केमिकल का धुआं निकलने पर बीमारी का हवाला देकर जोरदार हल्ला मचाया जाता है, जिसके बाद प्रदूषण विभाग भी हरकत में आ जाता है।