सामना संवाददाता / मुंबई
केईएम अस्पताल के सेवा आवास में रहनेवाले और सेवानिवृत्त सभी संवर्ग के कर्मचारियों के अदायगी दावों का भुगतान करने से उपप्रमुख लेखपाल पिछले ढाई सालों से आना-कानी कर रहे हैं। ऐसे में इन कर्मचारियों को आर्थिक समस्याओं के साथ-साथ मानसिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। इसलिए प्रशासन की हीला-हवाली और मनमानी प्रबंधन के खिलाफ म्यूनिसिपल मजदूर यूनियन की तरफ से सोमवार सुबह ११ बजे से अस्पताल परिसर में धरना दिया।
उल्लेखनीय है कि कर्मचारियों को किराया मुक्त आवास दिया जाता है। साथ ही आवास किराया भत्ता उनके वेतन से काटे जाते समय अब लेखा विभाग के अधिकारियों ने मनमाने और अवैध तरीके से बिना किसी की अनुमति के पूर्वव्यापी प्रभाव से किराए का १० प्रतिशत वसूलने का निर्णय लिया है। यह उन सभी संवर्गों के कर्मचारियों को भी वंचित कर रहा है, जिन्होंने कई वर्षों तक सेवा की है। इसके साथ ही जब तक १० फीसदी किराया वेतन से काट नहीं लिया जाता, तब तक सेवानिवृत्ति पश्चात दिए जानेवाले दावों पर पैâसला नहीं किया जाएगा। इस तरह का रुख अपनाते हुए कई साल मरीजों की सेवा करनेवाले सभी संवर्गों के कर्मचारियों को उनकी अदायगी अधिकार से वंचित रखा गया है।