सामना संवाददाता / मुंबई बेमौसम बरसात और अन्य कारणों से महाराष्ट्र में गन्ने की फसल पर असर पड़ने से चीनी की कीमतों में उछाल आया है। पिछले कुछ दिनों में चीनी की कीमतों में चार से पांच रुपए की वृद्धि हुई है। इसके पीछे दूसरा कारण गर्मी के दौरान कोल्ड ड्रिंक और पेय पदार्थों की बढ़ती मांग भी बताई जा रही है।
बता दें कि देश में सबसे अधिक गन्ने का उत्पादन महाराष्ट्र में होता है। इस वर्ष राज्य में बेमौसम बरसात के कारण गन्ने का उत्पादन कम हुआ है। इस वर्ष चीनी का उत्पादन १०५ लाख टन होने की संभावना है, वहीं पिछले साल चीनी उत्पादन १३७ लाख टन था। ऐसे में चीनी के उत्पादन में कमी का सीधा असर कीमतों पर दिखाई देने लगा है। इसके साथ ही गर्मियों में चीनी की मांग अधिक होती है। अप्रैल के बाद से देश में बढ़ते तापमान के साथ ही कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम आदि की खपत के कारण मार्वेâट में चीनी की डिमांड बढ़ जाती है। इसके साथ ही शादियों के सीजन के कारण भी चीनी की मांग अधिक होती है। यही कारण है कि कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल, वाशी एपीएमसी मंडी में पहले ३२ से ३८ रुपए प्रति किलो तक बेची जाने वाली चीनी अभी ३८ से ४२ प्रति रुपए किलो बेची जा रही है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि दूसरे राज्यों से चीनी की डिमांड पूरी करने में कोई समस्या नहीं हुई तो चीनी की कीमतें जल्द ही कंट्रोल में जाएंगी।