•अंबेडकरनगर सांसद रीतेश के पिता राकेश पांडेय के सपा विधायक चुने जाने का ‘साइड इफेक्ट’
•लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला को मायावती ने लिखा पत्र
• बसपा के मुख्य सचेतक भी बदले
विक्रम सिंह / सुल्तानपुर। बहुजन समाज पार्टी में यूपी चुनाव के ‘साइड इफेक्ट’ दिखने लगे हैं। पार्टी सुप्रीमो मायावती का ब्राह्मणों से मोहभंग होने लगा है। पार्टी सुप्रीमों मायावती ने लोकसभा में पार्टी नेता रीतेश पांडेय को उनके पद से हटा दिया है। उनकी जगह गिरीश चंद्र जाटव को पार्टी नेता की जिम्मेदारी सौंपी है। बताया जा रहा है कि अंबेडकरनगर से बसपा सांसद रीतेश के पिता राकेश पांडेय ने हालिया चुनाव में जलालपुर सीट से सपा के टिकट पर लड़कर विधायकी जीती है। जिसकी वजह से संगठन ने कार्रवाई की है।
यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा को इस बार करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी को महज एक सीट पर ही जीत हासिल हो सकी है। बसपा ने लोकसभा में रितेश पांडेय को पार्टी नेता के पद से हटा दिया है। उनकी जगह गिरीश चंद्र जाटव अब पार्टी के नेता होंगे। पांडेय अंबेडकर नगर से सांसद हैं। इसी तरह गिरीश चंद्र जाटव को हटाते हुए संगीता आजाद को मुख्य सचेतक बनाया गया है। जबकि राम शिरोमणि वर्मा लोकसभा में उप नेता के पद पर बने रहेंगे। इस संबंध में बसपा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भेज दिया है। बता दें कि, यूपी चुनाव में अंबेडकर नगर कभी काफी ताकतवर थी। इसबार जिले में उसे एक भी सीट नहीं मिल पाई। जिले से ताल्लुक रखने वाले पार्टी के बड़े नेता लालजी वर्मा और राम अचल राजभर ने चुनाव के पूर्व ही सपा का दामन थाम लिया था।