सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में सड़कों का हाल यह है कि गड्ढों में सड़कें गुम हो गई हैं। पुणे-बैंगलोर राष्ट्रीय राजमार्ग के विस्तार में देरी, सड़क के गड्ढे वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। गड्ढों से भरे राजमार्ग पर टोल क्यों दें? यह सवाल स्थानीय नागरिकों ने पूछा है। अवैध टोल वसूली के बावजूद सरकार और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है और सब कुछ खुली आंखों से देख रहा है नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने मांग की है कि महायुति सरकार को केवल विज्ञापन देने के बजाय राज्य की सड़कों पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही कांग्रेस के आंदोलन पर ध्यान देने की बात करते हए टोल में छूट देने की भी मांग की।
वडेट्टीवार ने कहा कि कोल्हापुर सांगली, सातारा, पुणे कांग्रेस कमेटी की ओर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं टोल बूथों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पुणे-बैंगलोर राष्ट्रीय राजमार्ग के विलंबित विस्तार से सड़क के गड्ढे वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। गड्ढों से भरे हाईवे पर टोल क्यों दें? ऐसा सवाल स्थानीय नागरिकों द्वारा पूछा जा रहा है।
ठेकेदारों का पैसा खत्म हो गया
मुंबई बेंगलुरु नेशनल हाईवे के काम में देरी होने के कारण कल कांग्रेस नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और कहा, टोल की क्या जरूरत है? वडेट्टीवार ने कहा कि सड़क सुरक्षित नहीं है, सारे काम में देरी हो रही है लेकिन टोल वसूली जारी है। सरकार को कांग्रेस के आंदोलन पर ध्यान देना चाहिए और टोल में छूट देनी चाहिए।