बुलाकी शर्मा
राजस्थान
नूंवै साल री सरुआत हुवतै ई नूंवां संकळप लेवण रो म्हैं संकळप लेय राख्यो है। बरसां सूं इण संकळप री पूरी पालना करतो रैयो हूं। संकळपां माथै चालण सूं घणो महताऊ है संकळप लेवणो अर ओ महताऊ काम करता थकां म्हैं बरसां सूं संकळपवान अर संस्कारवान बणियोड़ो हूं।
लारलै साल लियोड़ा संकळप साल खतम हुवण रै साथै ई खतम हुयग्या है। ईमानदारी सूं वैâवूं वैâ बे संकळप अबै म्हनै ई याद कोनी। दुनिया में आवै जिको जावै ई। राजा हुवो वैâ रंक। अमर-पट्टो कोई कनै कोनी। फेर पुराणा संकळप ई ल्याई साल रै साथै ही मुगती रै मारग बयीर हुय जावै। नूंवो साल २०२५ रै स्वागत रै साथै म्हारा नूवा-अबोट संकळप। कीं खास संकळपां री विगत आपरी निजर है-
– लिखण में टैम खराब करण री ठौड़ दीखण में टैम रो सार्थक सदुपयोग करणो है। अखबारां में रोजीना म्हारी खबर छपै, इण सारू पूरी ऊर्जा खरच करणी है। खबर विधवा नहीं, सुहागण हुवणी चाइजै मतलब म्हारै फोटू समेत।
– मायड़ भासा राजस्थानी नै संवैधानिक मान्यता अर दूजी राजभासा घोषित करण री मांग राखण री विज्ञप्रि हर रोज जारी करणी है। मौजूदा मंत्रियां-सांसदां-विधायकां सूं लेय’र वार्ड पार्षदां समेत सगळां नै इण ज्ञापन देवणो है। आं जनप्रतिनिधियां सूं सनमुख मिलणो हुवै वैâ नीं, पण अखबारां-लोकल न्यूज चैनलां रै मारफत ग्यापन जरूर देवणो है फेर बीं खबरां री कटिंग सोशल मीडिया माथै चैपणी है। खुद नै मायड़ भासा मान्यता आंदोलन रो आगीवाण सिद्ध करणो है।
– दिवंगत साहित्यकारां रै जळम दिवस अर पुण्य तिथि माथै प्रेस नोट जारी करनै बां रै महताऊ साहित्यिक योगदान नै सुमिरण करणो है। साहित्यकार देश-प्रदेश रा हुवै वैâ किणी दूजै देश रा, राजस्थानी-हिंदी रा हुवै वैâ दूजी भासावां रा, सगळा दिवंगतां की याद में प्रेस नोट जारी कर’र खबरां में बणियो रैवणो है।
– मुखौटो सामाजिक-वैचारिक प्रतिबद्धता रो लगायोड़ो राखणो है पण सरकार-प्रशासन रै विरोध में ना लिखणो है अर ना बोलणो। बांरी जै-जैकार करणी है। स्वायत्त बाजती अकादमियां, साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्थावां नै बजट सरकारां देवै अर सरकारां रै हरेक फैसलै री सरावणा करणियां नै पद-प्रतिष्ठा, पुरस्कार-सनमान दिरीज्या करै। आं संस्थावां सूं भरपूर फायदो उठावणो है। स्वाभिमान री चिंता सूं मुगत रैवणो है अर लखटकिया पुरस्कार कबाड़ना है।
म्हारा अे संकळप आप सारू ई फायदेमंद हुय सवैâ। आं रै अलावा ई म्हैं केई दूजा संकळप लिया है, पण बां नै ओपन करणो म्हारै सारू फायदेमंद कोनी।