बुलाकी शर्मा राजस्थान
प्रेम मत्तैई हुया करै, करीजै कोनी। संत-महात्मा हुवो कै सांसारिक जीव, प्रेम में उळझियां पछै मुगत नीं हुय सकै। हीर-रांझा, लैला-मजनूं, रामू-चनणा जिसी प्रेमिल-जोड़ियां री दरद भरी प्रेम-गाथावां सूं ई प्रेम करणियां सीख कोनी लीवी, समाज री सख्ताई सूं डरिया कोनी अर आज लग प्रेम करता आ रैया है क्यूकै प्रेम दिमाग सूं नीं, दिल सूं करीजै। दिमाग तो लाभ-हानि री बेलेंससीट पैला मिलावै पण दिल दिल री बात सुणै। ना मां-बाप नै पूछै, ना नफो-नुकसान देखै ।
सत्तावां प्रेम री नकेल कसण में लागी रैवै। सत्ता समाज री हुवोकै पारिवारिक, आध्यात्मिक हुवो कै धार्मिक, राजनीतिक हुवो कै कोई दूजी। सुणी है कै गुजरात री सत्ता मां-बाप री परमिशन लेय’र ई प्रेम विवाह करण रो प्रावधान करण सारू विचार कर रैयी है। प्रेम हुयां ई आगै चाल’र प्रेम विवाह तांई रो सफर तै करीज्या करै।
प्रेम करण री परमिशन सारू कोई बेटी आपरै मायतां साम्हीं अर्जी लगासी जणै पैलो सवाल ओ ही करीजसी कै छोरो कांई करै? बो डॉक्टर है कै मोटो अफसर? मल्टी नेशनल कंपनी रो सीईओ है कै फॉरेन में सेटल है? किणी उद्योगपति रो बेटो है कै किणी मंत्रीजी कै माननीय जन प्रतिनिधि रो होनहार बेटो है?
बेटी रो जवाब हुसी कै बो तो मास्टर है कै लेखक है कै थियेटर आर्टिस्ट कै किणी ढाबैवाळै रो सुपुत्तर है तो बीं री लव करण री परमिशन अेप्लिकेशन तुरत कैंसिल करीज जावैला।
बेटे री प्रेम परमिशन अेप्लिकेशन आयां सवाल करीजैला कै छोरी रै बाप री प्रॉपर्टी कित्ती है? आपरै मायतां री बा अेकली औलाद है कै और ई नगीना है? दायजे में बे कांई- कांई देवैला?
बेटो जवाब दैसी कै बा है तो गरीब घर री पण लाखां में अेक है। भोत सैणी-समझणी है। फूटरी-फरी है। पढ़ी-लिखी है। बी सी बीनणी आयां घर रो मान बधसी। जणै बापूजी अेप्लिकेशन कैंसिल करता बीं नै फटकारैला, ‘फूटरी-फरी रो किसो अचार घालसां। प्रेम-वरेम करणो ई है तो पईसावाळै घर री छोरी सूं कर। चोखो दायजो आयां मान बधै बेटा, खाली चोखी छोरी रो कांई काम।’
मां-बाप आपरी औलादां नै प्रेम करण री परमिशन ना आज तांई दीवी है, ना कदैई देवैला। बे तो प्रेम में अड़ंगो घालण नै त्यार रिया करै। सत्ता अर सरकार किसी लारै है अड़ंगो घालण में।