बुलाकी शर्मा राजस्थान
अेक बाप रै अन्याव पूरण फैसलै नै लेय’र तीनूं भाई गंभीरता सूं चिंता कर रैया है।
‘टाबरां नै कुटाबर हुवता देख्या पण अबै मायत ई कुमायत हुवण लाग रैया है। कित्तो माड़ो टैम आयग्यो है भाईजी।’
‘अरे, बो डबल मावै री चीज है छोटू।’ बिचोटियो बोल्यो, ‘दुनिया रै टॉप करोड़पतियां री लिस्ट में लगोतार सोलह साल नंबर वन रैयोड़ै है।’
‘बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट रा संस्थापक है, भई। तगड़ा दानवीर है। सौ बिलियन रै आसै-पासै दान कर चुक्या है फेर ई अबार बांरी कुल संपत्ति १६२ बिलियन डॉलर रै आसै-पासै बताई जावै।’
‘इत्ता बिलियन डॉलर आपांरै हिसाब सूं कित्ता रुपिया हुय जावैला भाईजी?’ छोटकियो पूछ्यो।
भाईजी कान कुचरण लाग्या जणै बिचोटियो समझग्यो वैâ बां अे फिगर गूगल बाबै सूं लिया है। बीं बतायो, ‘ट्रंप रो टैरिफ अर डॉलर री अेक्सचेंज रेट बदळती रैवै। अेक बिलियन रो मतलब सौ करोड़ रुपिया हुवै। अबै तूं अंदाजो लगायलै।’
‘अरे बाप रै! इत्ता रुपिया वैâ गिनती नीं कर सकां।’ छोटकियो सूनो हुयग्यो।
‘पण आ संपत्ति बां रै बेटां रै कांई काम री, बतावो?’ मोटोड़ा बोल्या, ‘बे आपरी संपत्ति रो सिरफ अेक परसेंट हिस्सो आपरै तीनूं बेटां नै बांटसी। बै वैâवै वैâ टाबर विरासत सूं धन पावण री ठौड़ खुद सफलता हासल करै। बाकी संपत्ति बे परोपकार में लगासी।’
बिल गेट्स रा तीनूं बेटा आपरै डैडी रै इण पैâसलै नै लेय’र कांई सोचा-विचारी कर रैया है, ठाह नीं पण महादानी दधीचि, कर्ण, रंतिदेव रै इण पावन देश रै अेक स्हैर रा तीन सरवण कुमार घनघोर चिंता में डूब्योड़ा है।
तीनूं आपरै पापा रै बणायोड़ै घरां में रैवै। रिटायरमेंट माथै जिका रुपिया मिल्या बे बां घर बणावण में अेढै लगाय दिया। पुराणै पुश्तैनी मकान में आपरी घरधिराणी साथै बे बुढापै रा दिन तोड़ रैया है। पण सरवणकुमारां नै बां सूं मिलण री फुरसत नीं।
‘पापा कनै अबै आपांनै बांटण सारू कांई है?’ मोटोड़ा पूछ्यो।
‘पुश्तैनी घर है नीं।’
‘पेंशन सूं दोनां रै कित्ताक लागै? बैंक बैलेंस बधैई है।’
‘चिंता री अेक बात और है भाईजी।’ छोटकियो धीमै सुर में बोल्यो, ‘मम्मी-पापा आं दिनां संत-महातमावां रै कथा-कीर्तन में घणा जावण लाग्या है। जे बां में दान-पुन्न रा भाव जलमग्या तो आपां री गत बिल गेट्स रै छोरां सूं ई माड़ी हुय जावैला।’
तीनूं सरवण कुमार आपरै पूजनीक पापा नै चक्रव्यूह में उळझावण री योजना बणावण में उळझ्योड़ा है।