अमिताभ श्रीवास्तव
विश्वकप की सुपर आठ टीमें लगभग तैयार हैं वेस्टइंडीज की उड़ान के लिए। अब सारे मुकाबले वेस्टइंडीज में खेले जाएंगे। टीम इंडिया के लिए जो सुपर आठ का ग्रुप है उसमें ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमें हैं। यूं देखा जाए तो रोहित सेना के सुपर आठ में ठाठ हैं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के अतिरिक्त उसे अधिक कड़ी टक्कर नहीं मिलने वाली है। ग्रुप बी से ऑस्ट्रेलिया और ग्रुप सी से अफगानिस्तान की टीम ग्रुप-१ का हिस्सा बन चुकी हैं। चौथी टीम का पैâसला ग्रुप डी से बांग्लादेश के रूप में निकला है। बांग्लादेश से २२ जून को भिड़ंत एंटिगा में होगी, वहीं २० जून को टीम इंडिया बारबाडोस में अफगानिस्तान से मुकाबला करेगी और २४ जून को सेंट लूसिया में ऑस्ट्रेलिया को टक्कर देती नजर आएगी। यहां केवल दो ग्रुप हैं। इसके बाद नॉकआउट राउंड शुरू होंगे, जिसमें से दो टीमे निकलेंगी, जो फाइनल मुकाबला खेलेंगी। बहरहाल, टीम इंडिया के पूरे चांस बनते दिख रहे हैं नॉकआउट दौर में पहुंचने के।
दोष मत दो बारिश को!
पाकिस्तानी टीम लीग मैचों में ही हारकर विश्वकप से बाहर हो गई और इसका दोष वो बारिश को दे रही है। टीम ही नहीं, बल्कि पूरा पाकिस्तान बारिश को विलन मान रहा है, जबकि पाकिस्तान खुद शर्मनाक तरीके से विश्वकप से बाहर हुआ है। पिछली बार की फाइनलिस्ट टीम इस बार ऐसे चारों खाने चित हुई है कि अब टीम के खिलाड़ियों को ढूंढ़-ढूंढ़ कर पकड़ा जाएगा और उन्हें टीम से बेदखल किया जाएगा। अमेरिका बनाम आयरलैंड मैच होना था और यही मैच था, जो पाकिस्तान को जीवनदान दे सकता था, वो भी तब जबकि अमेरिका हारता। हालांकि, ऐसा कठिन था, मगर पाकिस्तानी मान कर चल रहे थे कि वो सुपर आठ में पहुंच सकते हैं। वैâसे बेशर्म हैं वे लोग, जो एकमात्र मैच जीत कर समझ रहे थे कि सुपर आठ में पहुंच जाएंगे, जबकि दो-दो मैच अमेरिका और टीम इंडिया जीतकर पहले ही ऊपर थी। बारिश ने यह मैच रद्द करवा दिया और इस तरह दोनों टीमों को एक-एक अंक मिल गए। यह अंक मिलते ही अमेरिका ग्रुप की दूसरी टीम बन गई, जबकि पहले पर हिंदुस्थान था ही। पाकिस्तान विश्वकप से बाहर हो गया। इस तरह सबसे ज्यादा फजीहत हुई है पाकिस्तान की। उसके लोग, उसका बोर्ड टीम खिलाड़ियों से इतना नाराज है कि सबको बाहर कर अब नई टीम बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
छोटी टीम, बड़ा जिगरा
एक उलटफेर होते-होते बच गया। अनुभव की कमी रही, वरना नेपाल दक्षिण अफ्रीका को पराजित कर देता। केवल एक रन से दक्षिण अफ्रीका ने अपनी इज्जत बचाई और वो भी इसलिए क्योंकि नेपाली खिलाड़ी रन आउट हो गया। इस बार विश्वकप में छोटी टीमों ने बड़ा जिगरा दिखाया है। एक तरफ अमेरिका जैसी टीम सुपर आठ में जा पहुंची तो दूसरी तरफ अफगानिस्तान भी सुपर आठ में है, वहीं नेपाल की टीम ने तो करिश्मा दिखा ही दिया था, पर बदकिस्मती से वो हार बैठी। टी-२० विश्वकप २०२४ में दक्षिण अफ्रीकाऔर नेपाल के बीच एक रोमांचक मुकाबला हुआ। पूरे मैच में नेपाल की टीम दक्षिण अफ्रीका पर हावी दिखी, लेकिन आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका ने १ रन से बाजी मार ली। नेपाल उलटफेर करने के करीब पहुंच गया था। उसे दो गेंद पर दो रन बनाने थे। बार्टमैन ने वापसी की और पांचवीं गेंद डॉट की। आखिरी गेंद पर जीत के लिए दो और मैच टाई कराने के लिए एक रन चाहिए था, मगर गुलशन एक इंच से दूर रह गए और रन आउट हो गए।