उमेश गुप्ता / वाराणसी
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ द्वारा परिसर में दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। परिसर में स्थित गांधी अध्ययनपीठ में किसी को कार्यक्रम करने की अनुमति दे दी जाती है तो किसी को अनुमति के बाद शासन के दबाव में कार्यक्रम की अनुमति को रद्द कर दिया जाता हैं।
उक्त बातें युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व महामंत्री विकास सिंह ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय के गांधी अध्ययनपीठ सभागार में आयोजित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती की अनुमति के लिए आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान कही।
प्रदेश प्रभारी सचिव सरिता पटेल ने कहा कि विद्यापीठ प्रशासन दोहरा चरित्र अपना रहा है और शिक्षा के मंदिर में विद्वेष फैलाने का कार्य कर रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर शासन के दबाव में कार्य करने का आरोप लगाया। साथ ही उक्त अनुमति को तत्काल रद्द करने के लिए कुलपति के कार्यालय का घेराव किया और उन्हें ज्ञापन सौंपा।