विक्रम सिंह / सुलतानपुर
अगले साल होने वाली लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों की चहलकदमी बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को १०१ दिवसीय दौरे पर निकले वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी लग्जरी बस से निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा लेकर कुशनगरी सुलतानपुर पहुंचे। यहां उन्होंने जिला मुख्यालय के तिकोनिया पार्क में संगठन की जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र व प्रदेश की सत्तारूढ़ सरकारों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को भ्रम है कि निषाद समाज का वोट चुनाव के समय बिकता है। निषाद पार्टी अध्यक्ष व योगी सरकार में मत्स्य विकास मंत्री संजय निषाद पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि निषाद समाज के एक नेता को गुलाम बना कर पूरे निषाद समाज का वोट लेने की गलतफहमी पाल बैठी है बीजेपी। निषाद समुदाय अब जागरूक है। यहां किसी की ठेकेदारी नहीं चलने वाली है। अपना हित हम खूब पहचानते हैं। साहनी बोले कि यूपी, बिहार व झारखंड के ८० जिलों में वे निषाद समाज के घर-घर जाएंगे और गंगा मां की सौगंध दिलाते हुए उन्हें जागरूक किया जाएगा। निषाद आरक्षण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनावी वादा भी वीआईपी नेता ने खूब याद दिलाया। कहा कि पीएम भूल गए हैं कि उन्होंने क्या- क्या वादे किए थे। आरक्षण के मुद्दे पर निषाद समाज की दुखती रग पर साहनी ने हाथ फेरा और संजय निषाद को पुनः आड़े हाथों लेने में कोई चूक नहीं बरती। प्रहार किया कि निषादों के वोट के दम पर ही वे आज इस स्थान पर हैं, उन्हें निषाद आरक्षण को लेकर खड़ा होना था उनके साथ, लेकिन समाज के साथ गद्दारी कर डाली। ऐसे नेताओं को समाज माफ नहीं करेगा। निषाद समुदाय के लिए आरक्षण के ही मुद्दे पर बिहार में मेरा मंत्री पद छिन गया, फिर भी मैं समाज के साथ खड़ा रहा। मौजूदा सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने प्रहारों का सिलसिला कायम रखा और कहा कि मंदिर के मुद्दे पर राजनीति हो रही है। नेताओं का काम नहीं है मंदिर बनाना। जनसभा में उन्होंने मंच से निषाद समाज के लोगों को गंगा मां की सौगंध दिलाई और नया नारा दिया, `आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं और वोट नहीं…!’