मुख्यपृष्ठनए समाचारसैनी रगड़ेंगे खैनी! ...आलाकमान को भाया दूसरा नाम

सैनी रगड़ेंगे खैनी! …आलाकमान को भाया दूसरा नाम

-विज और राव भी कतार में

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
हरियाणा में बीजेपी की जीत के बाद अब सवाल उठ रहा है कि नई वैâबिनेट में किन-किन चेहरों को जगह दी जाएगी। वैसे भी चुनाव से पहले ही इस बात पर चर्चा गरम थी कि नायब सिंह सैनी को वैâबिनेट में जगह मिलेगी यानी सीएम बनने की बजाय खैनी रगड़ेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो आलाकमान को अन्य दूसरे नाम भाए हैं। सामने आ रही चर्चाओं में अनिल विज और राव इंद्रजीत सिंह सीएम की कतार में हैं।
गौरतलब है कि सात बार के विधायक और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज अपने सीएम बनने की दावेदारी चुनाव से पहले पेश कर चुके हैं। वहीं राव इंद्रजीत सिंह ने एक चैनल के इंटरव्यू में कहा कि जिस इलाके ने तीन बार बीजेपी को हरियाणा की सत्ता में बैठाया है, उसकी तरफ बीजेपी को भी तवज्जो देनी चाहिए। राव इंद्रजीत सिंह का यह बयान इस ओर इशारा करता है कि वह भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। वैसे भी राव इंद्रजीत सिंह मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा को पहले कई बार खुलकर जाहिर कर चुके हैं। उनके समर्थकों की मांग है कि राव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
बता दें कि अनिल विज अंबाला वैंâट सीट पर निर्दलीय चित्रा सरवारा से बेहद कम मार्जिन से चुनाव जीते हैं। दोनों के बीच जीत-हार का अंतर ७,२७७ वोटों का रहा है। यह अनिल विज की अंबाला वैंâट से सातवीं जीत है। ऐसे में उन्हें बीजेपी एकबार फिर अहम मंत्रालय सौंप सकती है। उधर चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद अनिल विज ने मीडिया से बातचीत में कहा, `यह भारतीय जनता पार्टी की नीतियों की जीत है। पीएम नरेंद्र मोदी जिस तरह देश को तेजी से आगे लेकर जाना चाहते हैं यह उसकी जीत है। लोग एंटी इन्कंबेंसी की बात कर रहे थे। प्रो इन्कंबेंसी की बात कोई नहीं कर रहा था, हमने काम किया था। ईमानदारी से किया था। सिस्टम को बदला, भ्रष्टाचार को खत्म किया था।

कद्दावर नेता में शामिल इंद्रजीत सिंह
राव इंद्रजीत सिंह दक्षिण हरियाणा का कद्दावर नेता हैं। कभी कांग्रेस की ताकत रहे राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिण हरियाणा को भाजपा का गढ़ बनाने में अहम भूमिक निभाई है। हालांकि, अटेली सीट से उनकी बेटी आरती सिंह राव को बड़ी मुश्किल से जीत हासिल हुई। आरती ने ३,०८५ वोटों से जीत हासिल की। उन्हें बसपा के अत्तर लाल ने कड़ी टक्कर दी। जानकारों का मानना है कि जिस तरह सैनी के नेतृत्व में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है, राव इंद्रजीत सिंह या अनिल विज की इच्छा को कोई खास तवज्जो नहीं मिल पाएगी।

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