मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर द्वारा एनडीए में शामिल होने के बाद सबसे ज्यादा नाराज निषाद पार्टी के अध्यक्ष ने ऐलान किया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी अपने दल के चुनाव चिन्ह पर लड़ेगी। हालांकि, अभी भी वह एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। एनडीए गठबंधन में शामिल निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ संजय निषाद अपनी पार्टी के आठवें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अपना ताकत दिखाने की रणनीति बनाई है। अध्यक्ष संजय निषाद का कहना है कि 16 अगस्त को महायोगी मत्स्येंद्र नाथ की धरती गोरखपुर में पार्टी के स्थापना दिवस पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बता दें कि निषाद पार्टी का गठन 16 अगस्त 2016 को हुआ था।
लोकसभा चुनाव से पहले पक्ष और विपक्ष दोनों कुनबे को विस्तार देने और गठबंधन को मजबूत करने में जुटे हैं। गठबंधन से अलग घटक दलों ने भी पार्टी का विस्तार करने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। संजय निषाद का कहना है कि निषाद पार्टी का संघर्ष गोरखपुर की भूमि से शुरू हुआ था। इसलिए पार्टी की तरफ से तय किया गया है कि आठवां स्थापना दिवस समारोह का कार्यक्रम गोरखपुर में आयोजित किया जाए। कार्यक्रम में गोरखपुर और आस-पास जिलों से पार्टी कार्यकर्ताओं को बुलाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में निषाद पार्टी का सिंबल होगा। निषाद पार्टी के सिंबल पर लोकसभा प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। संजय निषाद के मुताबिक, उन्होंने पार्टी की राय से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अवगत करा दिया है। वर्तमान में संजय निषाद के दोनों बेटे सांसद और विधायक हैं। दोनों ने बीजेपी के चुनाव चिह्न पर जीत दर्ज की है। संजय निषाद पिछले दिनों राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर समेत बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मिलकर पार्टी के मुद्दों और शर्तों से अवगत करा चुके हैं।