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संजय राऊत का बीजेपी पर जोरदार हमला…जिनका खाओ नमक, उन्हीं का बजा दो बैंड… यही है भाजपा की परंपरा

सामना संवाददाता / मुंबई

लोकसभा अध्यक्ष का पद बहुत महत्वपूर्ण होता है। राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के पॉलिटिकल एजेंट थे। उनकी वजह से यह घोषणा की गई कि शिवसेना असंवैधानिक तरीके से विभाजित हुई। सुप्रीम कोर्ट ने माना कि शिंदे गुट का व्हिप और राज्यपाल का पूरा कार्य अवैध था। फिर भी नार्वेकर ने बेहद असंवैधानिक तरीके से फैसले को गलत बताया। कल लोकसभा में भाजपा का अध्यक्ष बनने पर भी यही परिणाम हो सकता है। भाजपा की परंपरा रही है कि जिनका नमक खाओ, उन्हीं की बैंड बजा दो। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद जिनके समर्थन से सरकार बनी है, उन चंद्रबाबू नायडू, चिराग पासवान और नीतिश कुमार की पार्टी को भी तोड़ देंगे।
लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में घमासान मचा हुआ है। एनडीए सरकार में शामिल चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी ने लोकसभा अध्यक्ष पद पर दावा ठोक दिया है। इसका जिक्र करते हुए शिवसेना सांसद संजय राऊत ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला है। देश में हालात २०१४, २०१९ जैसे नहीं हैं। एनडीए सरकार स्थिर नहीं है। कुछ भी हो सकता है। अगर लोकसभा अध्यक्ष पद पर एनडीए के सहयोगी दल का कोई व्यक्ति नहीं बैठा तो मोदी-शाह सबसे पहले तेलुगू देशम पार्टी को तोड़ेंगे। फिर नीतिश कुमार, चिराग पासवान, जयंत चौधरी की पार्टी को फोड़ेंगे। यह उनका काम है और उन्हें जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करने की आदत है।
चंद्रबाबू के उम्मीदवार को देंगे समर्थन
उन्होंने आगे कहा कि अगर चंद्रबाबू नायडू लोकसभा अध्यक्ष पद मांगते हैं तो हम उनका समर्थन करेंगे। लेकिन स्थिति बदल गई है और हम लोकसभा में बहुमत दिखा सकते हैं। अगर चंद्रबाबू की पार्टी को अध्यक्ष पद नहीं मिलता है और वह अपना उम्मीदवार खड़ा करते हैं तो इंडिया गठबंधन के नेता इस पर चर्चा करेंगे और उनके साथ खड़े होने का फैसला करेंगे। राऊत ने कहा कि देश की जनता ने मोदी को नकार दिया है। भाजपा और उसके भीड़तंत्र, तानाशाही और संविधान विरोधी कार्यों की हार हुई है। इसलिए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव पारदर्शी तरीके से होना जरूरी है। कानून और संविधान के मुताबिक, उपराष्ट्रपति पद विपक्षी दल को दिया जाना चाहिए। अब मोदी नहीं रहे, ये टीले पर बैठे हैं, जो किसी भी समय ढह सकता है। सांसद राऊत ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने भी कहा है कि यह सरकार किसी भी वक्त गिर जाएगी।

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