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गड्ढे पर गिरी सरकार ३०% की भी नहीं हो सकी मरम्मत

सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले कुछ दिनों से मुंबई में गड्ढों की समस्या बढ़ती ही जा रही है। राज्य सरकार की लापरवाही के चलते मुंबइकरों को गड्ढों की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि मनपा गड्ढे पाटने में फेल हो रही है। मुंबई में ६ हजार से अधिक गड्ढे बताए जा रहे हैं, जबकि मनपा ने दो हजार गड्ढे ही पाटने का काम किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, मनपा मुंबई में गड्ढे पाटने को लेकर गलत दावे पेश कर मुंबईकरों को भरमा रही है। हालत यह है कि मनपा सभी गड्ढों को पाटने में असफल हो रही है और क्षेत्र में आए दिन नए गड्ढों की संख्या बढ़ रही है।
इस मामले में तमाम आरोप झेल रही सरकार ने अब गड्ढे पाटने के लिए मनपा के वॉर्ड अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ा दी है। ६ मीटर से लंबा गड्ढा पाटने के लिए अब वॉर्ड अधिकारी जवाबदार होंगे। उधर वॉर्ड अधिकारियों को सरकार का यह निर्णय रास नहीं आ रहा है। उनका कहना है कि आधे से ज्यादा मानसून गुजर जाने के बाद इस निर्णय का क्या मतलब है!
मनपा सूत्रों की मानें तो क्षेत्र में मानसून शुरू होते ही सड़कों पर गड्ढे पड़ने लगे हैं। गड्ढों की संख्या धीरे-धीरे ७ हजार के लगभग पहुंच गई, जबकि मनपा कर्मियों ने अब तक दो हजार गड्ढे ही पाटे हैं। आए दिन नए गड्ढे होने की लगातार शिकायत मिल रही है। इसके लिए नियुक्त ठेकेदार गड्ढे पाटने के आंकड़े तो भेजते हैं लेकिन लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है। इस बारे में हाल ही में एक बड़े नेता ने ट्वीट कर मनपा की लापरवाही को उजागर किया था।

मनपा आयुक्त पर सरकार नाराज
मनपा अधिकारी के अनुसार छह मीटर तक की सड़कों के रख-रखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी विभाग के सहायक आयुक्त और विभाग कार्यालय को सौंपी गई है। लेकिन बाकी सभी सड़कों पर गड्ढे भरने के लिए विभिन्न संस्थाओं एवं कंपनियों को नियुक्त किया गया है। पहले सड़क विभाग को इन गड्ढों को भरने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लिहाजा, सड़क के गड्ढों को भरने में विभाग की नाकामी को लेकर मनपा आयुक्त पर सरकार ने नाराजगी दिखाई है। इसके बाद मनपा आयुक्त ने उक्त विभाग की जिमेदारी को कम करते हुए ‘के’ वॉर्ड अधिकारी व सहायक आयुक्त पर जिम्मेदारी बढ़ा दी है। बता दें कि मुंबई में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण सड़कों पर गड्ढों की संख्या को लेकर काफी चर्चा हो रही है। गड्ढों की इस बढ़ती समस्या को देखते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। घिरने के बाद अब सरकार ने प्रशासक इकबाल सिंह चहल पर दबाव बनाया है, जिसके बाद गड्ढों को भरने के कार्य के लिए समन्वयक अधिकारी (नोडल) के रूप में कार्य करते हुए इसकी जिम्मेदारी सहायक आयुक्त को सौंपी गई है। क्षेत्रीय सड़क अभियंता और कार्यकारी अभियंता अपनी कार्य पूर्णता रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

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