• मलिक ने केंद्र सरकार पर खड़े किए सवाल
• हमले में खुफिया एजेंसियों की विफलता बताई
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर केंद्र सरकार को बुरी तरह घेरा है। मलिक ने दावा किया है कि पुलवामा हमले के तत्काल बाद शाम को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि यह हमारी गलती से हुआ है तो प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें कहा कि तुम अभी चुप रहो। उन्होंने इसे न केवल खुफिया एजेंसियों की विफलता बताई है, बल्कि रक्षा मंत्रालय और नरेंद्र मोदी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
मलिक ने कहा है कि १४ फरवरी २०१९ को हुए पुलवामा हमले के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जिम्मेदार है। सत्यपाल मलिक ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स का इतना बड़ा काफिला कभी रोड से नहीं जाता है। सुरक्षाबलों ने अपने जवानों को ले जाने के लिए एयरक्रॉफ्ट मांगा था लेकिन रक्षा मंत्रालय की ओर से उसे मना कर दिया गया। एक इंटरव्यू में पूर्व राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्रालय से पूछा था, राजनाथ सिंह से पूछा गया था लेकिन उन्होंने एयरक्रॉफ्ट देने से मना कर दिया। सत्यपाल मलिक ने कहा कि अगर उनसे पूछा जाता तो वह देने से मना नहीं करते। सत्यपाल मलिक ने कहा कि केवल ५ एयरक्रॉफ्ट की जरूरत थी लेकिन उनको एयरक्राफ्ट नहीं दिया गया।
पीएम मोदी को नहीं है भ्रष्टाचार से नफरत
सत्यपाल मलिक का दावा है कि प्रधानमंत्री मोदी को भ्रष्टाचार से कोई खास नफरत नहीं है। मलिक ने यह भी कहा है कि पीएम मोदी को कश्मीर के बारे में कुछ भी नहीं पता है। प्रधानमंत्री कश्मीर को लेकर गफलत में हैं और उन्हें कश्मीर के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
केंद्र सरकार के दिल में जवानों के लिए कोई भावना नहीं है- संजय राऊत
पुलवामा हमले को लेकर तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खुलासे के बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने यह सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि हमारे ४० जवानों की हत्या हुई और सरकार चुप बैठी रही। यह एक बहुत बड़ा सवाल है, वहीं किसी देश में ऐसा होने पर संबंधित मंत्री का कोर्ट मार्शल होता है। इसका मतलब यही है कि इस सरकार के मन में देश के जवानों के लिए किसी तरह की कोई भावना नहीं है। उन्होंने यह भी तीखा सवाल किया है कि पुलवामा हमले के लिए ३०० किलो आरडीएक्स कैसे पहुंचा? बता दें कि राज्यसभा सांसद संजय राऊत फिलहाल रविवार को होनेवाली महाविकास आघाड़ी की संयुक्त सभा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए नागपुर में हैं। वहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कल यह सवाल उठाया। संजय राऊत ने सवाल किया कि पहले पुलवामा में जवानों की हत्या हो और बाद में उस पर राजनीति करके चुनाव जीते जाएं। यही योजना थी क्या?