सामना संवाददाता / ठाणे
शिंदे सरकार के कार्यकाल में सबसे अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। महिलाओं पर भयंकर अत्याचार किया जा रहा है। उन्हें खुलेआम पीटा जा रहा है। यह रामराज नहीं, बल्कि रावणराज है। खोखे खुद को और धोखे जनता को देनेवाले असंवैधानिक मुख्यमंत्री और गद्दारों की सरकार को अब जाना ही होगा, ऐसा जोरदार हमला कल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता, युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने ठाणे में विरोधियों पर किया। शिंदे की यह कोई पार्टी नहीं, बल्कि चोरों की टोली है। राज्य को छलमुक्त करने का हमने एक साथ वज्रनिर्धार निश्चय किया है। इस घोटालेबाज खोखे सरकार की तालेबंदी करके ही रहेंगे, ऐसा आह्वान आदित्य ठाकरे ने किया। इस दौरान शक्तिस्थल पर मौजूदा प्रचंड भीड़ के ‘शिवसेना जिंदाबाद’, ‘महाविकास आघाड़ी विजयी हो’ जैसे गगनभेदी नारों से पूरा ठाणे गूंज उठा।
ठाणे में आकर जीतकर ही दिखाऊंगा!
ठाणे में आकर जीतकर दिखाएंगे, ऐसी चुनौती उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट को दी है। ठाणेकर आप छले जा रहे हो। यह सभी देख रहे हैं लेकिन मैं ठाणेकरों को छलमुक्त करवाकर ही रहूंगा, ऐसा वचन भी आदित्य ठाकरे ने ठाणेकरों को दिया।
छल करनेवालों को जेल में डालेंगे…
क्या कभी चोरों की कोई पार्टी हो सकती है? यह एक टोली है। पुलिस की आड़ में शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी समेत तमाम पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है। उनकी शिकायत दर्ज नहीं की जाती है। उल्टे उन पर ही मामले दर्ज किए जा रहे हैं, उन पर दबाव बनाया जा रहा है लेकिन पुलिस को यह ध्यान रखना चाहिए कि हम बदले की भावना से काम नहीं करते लेकिन जो जरूरी है वह जरूर करेंगे। हमारी सरकार आएगी तो अत्याचार करनेवालों की जांच कर उनको जेल में डालेंगे। करेंगे मतलब करेंगे। यह शपथ मैं दिघे साहेब जी के समाधिस्थल से ले रहा हूं, ऐसा निश्चय आदित्य ठाकरे ने इस दौरान किया।
महिलाओं पर अत्याचार करनेवालों…तुम्हें कभी माफ नहीं करूंगा
सुप्रिया सुले, सुषमा अंधारे को शिंदे गुट के मंत्री व नेता गालियां देते हैं। अश्लील भाषा में उनकी आलोचना करते हैं, लेकिन शिंदे अपने मंत्रियों की पीठ थपथपाते हैं और मां बनने के लिए इलाज करा रही रोशनी शिंदे के पेट में लात-घूंसे मारे जाते हैं। और शिकायत दर्ज कराने की बजाय रोशनी शिंदे के खिलाफ ही मामला दर्ज किया जाता है। अस्पताल के वॉर्ड के बाहर पुलिस का पहरा लगाकर उन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी की जाती है। प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। एक व्यक्ति के स्वार्थ के लिए राज्य अंधकार में चला गया है। एक सभ्य ठाणे की भयानक बदनामी हुई इसलिए तुम माफी के लायक नहीं हो… और हम जल्द ही आ रहे हैं… तुम गद्दारों को कभी माफ नहीं किया जाएगा, ऐसी चेतावनी आदित्य ठाकरे ने दी।
ठाणे की युवती सेना की कार्यकर्ता रोशनी शिंदे को शिंदे के महिला गुंडों ने बेरहमी से पीटा। प्रसूति उपचार करा रही रोशनी के पेट पर लात-घूंसे चलाए गए। मारपीट के सबूत व हमलावरों के नाम देने के बावजूद पुलिस ने दो दिन बीत जाने के बाद भी मामला दर्ज नहीं किया। शिवसेना नेता और युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी ने कल शिंदे सरकार के `रावण राज’ के खिलाफ विशाल जन विरोध मोर्चा निकाला। चिलचिलाती धूप में दोपहर ३ बजे मासुंदा तालाब के समीप छत्रपति शिवाजी महाराज मैदान से शुरू हुआ यह मोर्चा रिकॉर्ड तोड़ साबित हुआ। मोर्चे का एक सिरा जिला परिषद तो दूसरा सिरा पुलिस आयुक्तालय तक पहुंच गया था। इस सरकार का करें क्या… सर नीचे और पांव ऊपर… गुंडागर्दी बंद करो… नहीं तो पुलिस आयुक्तालय को ताला मारो, ईडी सरकार हाय हाय… मुख्यमंत्री के गांव संस्कृति गई १२ के भाव… महिला पर हमला करनेवाले कायरों का निषेध… इन गगनभेदी नारों से ठाणे गूंज उठा। मोर्चे में भारी तादाद में महिलाएं और युवाओं का साथ मिला। जब यह मोर्चा धर्मवीर आनंद दिघे के समाधि स्थल पर पहुंचा तो सभा में रूपांतरित हो गया। इस दौरान आदित्य ठाकरे ने शिंदे सरकार को जाने की चेतावनी दी।
करो हमारे खिलाफ मामले दर्ज…
जनता गद्दारों की सरकार से नाराज है। पूरे महाराष्ट्र में एक चिंगारी जल उठी है। और आगे आदित्य ठाकरे ने मौजूदा भीड़ से पूछा कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें किस नाम से नवाजा है, ऐसा पूछे जाने पर वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने `नपुंसक सरकार’ कहकर उनके सवाल का जवाब दिया। आज हम पर मोर्चा करने के लिए नियम और शर्तें लादी गर्इं हैं। हमने आपकी शर्तों की अवहेलना की है, हम सभी के खिलाफ मामला दर्ज करें, ऐसी चुनौती आदित्य ठाकरे ने दी। जब उद्धवजी पुलिस आयुक्त से मिलने गए तो आयुक्त वहां से भाग गए। विरोधियों की आवाज न सुननेवाले आयुक्त कार्यालय पर तालाबंदी करने के लिए हमने बड़ा ताला लाया है, ऐसा तंज भी आदित्य ठाकरे ने इस दौरान कसा।
भाजपा के लिए बुरा लगता है
मुझे भाजपा के लिए बुरा लग रहा है क्योंकि शिंदे गुट के लोग बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं और फडणवीस, जो गृहमंत्री हैं, कुछ नहीं कर सकते। इन गद्दारों की वजह से देवेंद्र फडणवीस का नाम खराब हो रहा है। मोक्का लगाए गए लोग पुणे में घूमते नजर आ रहे हैं। पुलिस कुछ नहीं कर सकती, क्योंकि मुख्यमंत्री उन्हें वहां बुलाते हैं और कहते हैं कि कुछ मत करो। महाराष्ट्र ने ऐसी गंदी राजनीति कभी नहीं देखी, ऐसा भी आदित्य ठाकरे इस दौरान कहा।