-गरमाई यूपी की किसान कांग्रेस…विस में कांग्रेस की सचेतक मोना मिश्रा ने लिखी ऊर्जा मंत्री को चिट्ठी
विक्रम सिंह / सुल्तानपुर
किसानों के निजी नलकूपों को सौर ऊर्जीकृत करने की केंद्र सरकार से संचालित प्रधानमंत्री कुसुम योजना में अनुसूचित जाति को विशेष लाभ से वंचित करने का आरोप मढ़कर यूपी कांग्रेस की ‘किसान विंग’ किसान कांग्रेस ने सियासत में गर्माहट ला दी है। प्रदेश अध्यक्ष जगदीश सिंह व महासचिव शरद श्रीवास्तव शनिवार को अयोध्या के पड़ोसी सुल्तानपुर जिले में संवाददाता सम्मेलन आयोजित करके पत्रकारों से मुखातिब थे। हैरत की बात उनके साथ इस लड़ाई में पूर्व पीएम स्व.वीपी सिंह के अनुयायियों के संगठन के मुखिया रामकुमार सिंह भी साथ दिखाई दिए।
मीडिया के सामने किसान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सिंह, महासचिव शरद श्रीवास्तव व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने यूपी नेडा की ओर से पीएम कुसुम योजना (कृषक विद्युत पंप सोलराइजेशन योजना) की ओर से जारी पम्पलेट पेश किए, जिसमें उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि इस योजना में कृषकों की दो श्रेणी निर्धारित है, जिसमें प्रथम आरक्षित श्रेणी है। जिसमें अनुसूचित जनजाति वनटांगिया एवं मुसहर जाति के कृषकों को निःशुल्क शतप्रतिशत अनुदान अनुमन्य है। इसके अतिरिक्त अन्य सभी कृषकों को दूसरी श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है, जिसके अंतर्गत समस्त कॄषक पात्रता की श्रेणी में आते हैं, जिनके पास बिजली का मोटर सिंचाई कार्य हेतु पूर्व से स्थापित है।
यूपी के सरकारी सौर ऊर्जा विभाग की ओर से योजना में अनुदान का लाभ मात्र अनुसूचित जनजाति वनटांगिया मुसहर को दिए जाने के इस एलान पर कड़ा एतराज जताते हुए किसान कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि ऐसा आज़ाद भारत में पहली बार हुआ है कि अनुसूचित जाति के लोगों को किसी सरकारी योजना के विशेष लाभ से वंचित किया जा रहा है। सिंह ने बताया कि इस बाबत विप में पार्टी सचेतक आराधना मिश्रा ‘मोना’ भी इसे गंभीरता से ले चुकी हैं। उन्होंने तो २२ फरवरी को ही ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को चिट्ठी लिखकर कड़ा एतराज जाहिर किया है। साथ ही पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत सोलर पैनल के बिजली आने पर ही सक्रिय रहने की प्रक्रिया पर भी उंगली उठाई। कहा कि जब सोलर सिस्टम बिजली न रहने पर ट्यूबवेल संचालित नहीं कर पाएगा तो इस योजना की महत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है।
वीपी के अनुयायी आए किसान कांग्रेस के साथ !
किसानों के हितों की रक्षा के लिये जो लड़ाई किसान कांग्रेस ने शुरू की है उसे स्व. वीपी सिंह स्मारक जनसंघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकुमार सिंह ने भी समर्थन दिया। कहा कि वीपी सिंह जीवन के उत्तरार्द्ध में अराजनैतिक रूप से निजी हित-लाभ त्याग कर किसानों के लिये अनेक लड़ाइयों में खुलकर आगे आए थे। बस उसी पैटर्न पर हम भी किसान कांग्रेस के साथ हैं।