मुख्यपृष्ठनए समाचारकालनेमि वधस्थली' में बनें स्कूल, धर्मशालाएं, निरंतर हो मानस पाठ - श्रीरामभद्राचार्य

कालनेमि वधस्थली’ में बनें स्कूल, धर्मशालाएं, निरंतर हो मानस पाठ – श्रीरामभद्राचार्य

 

विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
कालनेमि वधस्थली विजेथुआ महाबीरन में हनुमान जन्मोत्सव पर आयोजित पांच दिवसीय रामकथा में चौथे दिवस प्रख्यात संत व मानस मर्मज्ञ तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीराम भद्राचार्य ने रामभक्त हनुमान जी की इस रामायणकालीन प्राचीन स्थली के विकास पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि, इस स्थल पर निरंतर श्रीरामचरितमानस पाठ होना चाहिए। इस स्थल के विकास के लिए आवश्यक कई और कार्य उन्होंने गिनाएं।

मीडिया से संवाद में मानस मर्मज्ञ प्रकांड विद्वान श्रीरामभद्राचार्य ने कालनेमि वधस्थली विजेथुआ के महत्व को इंगित करते हुए बताया कि हनुमान जी से जुड़ा ये अत्यंत प्राचीन रामायणकालीन स्थल है। यहीं पर संजीवनी बूटी लाने हिमालय की ओर जाते समय उन्होंने साधुरूपी मायावी राक्षस कालनेमि का वध किया था। यहां गुरुकुल, विद्यालय और धर्मशालाएं स्थापित की जानी चाहिये। मेरी मंशा है कि यहां सुंदर ट्रस्ट बनाया जाय ताकि रामचरित मानस का निरंतर पाठ हो सके। इस धाम तक मार्ग सुगम करने के लिये चौड़ीकरण की भी जरूरत है। यहां दीपोत्सव बहुत आनंददायक रहेगा। इसके अलावा वे हिंदुत्व पर सीएम योगी के स्टैंड को लेकर भी बेबाक दिखे। सीएम योगी आदित्यनाथ के चर्चित ‘बंटोगे तो कटोगे..’ बयान पर जगद्गुरु ने उनका समर्थन किया। विजेथुआ महावीरन धाम के प्रति अपनी आस्था का उन्होंने यूं जिक्र किया..’पहली बार यहीं पर मैंने अपने व्रत का उद्यापन किया था।

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