योगेंद्र सिंह ठाकुर / पालघर
सांप, बिच्छू और दूसरे जहरीले जीवों के कारण पालघर जिले के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। खासतौर पर बिच्छुओं और सांपों के कारण। आंकड़ों के आधार पर बात करें तो यहां बिच्छू, सांपों से होड़ करते दिख रहे हैं। सर्पदंश के साथ-साथ लोग बिच्छू के काटने से भी परेशान हो रहे हैं।
बता दें कि पालघर जिले में लोगों को सर्पदंश और बिच्छू की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं। आमतौर पर ग्रामीण इसके शिकार बनते हैं। जिनमें खेत में काम कर रहे किसान और मैदान में खेल रहे बच्चे ज्यादातर शामिल होते हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े के अनुसार, जिले भर में १,६०९ लोगों को सांप ने काटा है और १,१६२ लोगों को जहरीले बिच्छुओं ने अपना शिकार बनाया है। लेकिन गनीमत रही कि इनमें से किसी की मौत नहीं हुई। मिली जानकारी के मुताबिक, सर्पदंश के सबसे ज्यादा मामले जव्हार तालुका के साखरशेत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सामने आए हैं। यहां १४९ लोगों को सांप ने काटा। इसी तरह से डहाणू तालुका के सायवन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में १४१ लोगों को सांप के काटने की घटनाएं दर्ज की गर्इं। वाड़ा तालुका के कुडुस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ८८, विक्रमगढ़ के तलवाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ८५, जव्हार तालुका के जामसर स्वास्थ्य केंद्र में सांप काटने की ८१ घटनाएं दर्ज हैं। सर्वाधिक २६५ बिच्छुओं के डसने की घटनाएं वाड़ा तालुका के खानिवली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दर्ज की गई हैं। इसी तरह विक्रमगढ़ तालुका के मलवाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में १०३, जव्हार तालुका के साखरशेत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ८१ और जामसर स्वास्थ्य केंद्र में ७१ बिच्छुओं के डंक मारने के मामले दर्ज हुए हैं।
सांप काटे तो क्या करें?
सर्पदंश का तुरंत इलाज नहीं किया जाए तो उससे पीड़ित की जान भी जा सकती है। सांप काटने पर सबसे जरूरी है कि उसके लक्षणों की पहचान करना। यदि किसी को सांप काट ले तो पीड़ित इंसान को थोड़ा ज्यादा घी खिलाकर उसे उल्टी करवा दें ताकि जहर अंदर नहीं पैâल सके। पीड़ित इंसान को १०-१५ बार गुनगुना पानी पिलाएं और उसे उल्टी करने को कहें। इससे सांप के जहर का असर कम होगा। आप लहसुन को पीसकर उसमें शहद मिलाकर प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं। सांप काटने पर तबीयत बिगड़ने का इंतजार न करें, बल्कि इमरजेंसी ट्रीटमेंट के लिए मरीज को अस्पताल ले जाएं। जिस जगह सांप ने काटा है, उस स्थान को बिल्कुल नहीं हिलाएं। ब्लीडिंग होने पर खून को बहने दें। खून रोकने के लिए बीटाडीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। पीड़ित व्यक्ति को शांत रखें और जितना संभव हो व्यक्ति को स्थिर रखें। घाव को ढीली और साफ पट्टी से कवर करें। सांप के काटने के समय का ध्यान रखें।