– २० हजार नागरिकों का किया गया सर्वेक्षण
सामना संवाददाता / ठाणे
कल्याण-डोंबिवली मनपा में जुलाई और अगस्त के महीनों में डेंगू के २८८ मामले और मलेरिया के ९९ मामले पाए गए। मानसून की शुरुआत के बाद से मनपा के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से संदिग्ध रोगियों का पता लगाने के लिए २०,००० से अधिक नागरिकों का सर्वेक्षण किया गया था, जिसके बाद सहरुग्णता वाले संदिग्ध रोगियों का रक्त परीक्षण कर तुरंत इलाज किया गया। चूंकि ये बीमारियां मानसूनी होती हैं, इसलिए कल्याण डोंबिवली मनपा में महामारी नियंत्रण विभाग को मानसून की शुरुआत के बाद ही उचित कदम उठाए जाने चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
जुलाई से किया जा रहा सर्वेक्षण
जुलाई में केडीएमसी सीमा में कुल ४८४ संदिग्ध डेंगू मरीज मिले। इनमें १४० मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए। अगस्त में डेंगू के १९० संदिग्ध मरीज मिले। इनमें से ८८ मरीज डेंगू से संक्रमित थे। दो महीने की अवधि के दौरान डेंगू के कुल ६७४ मामले सामने आए। केडीएमसी में जुलाई में ८,६९७ नागरिकों का सर्वेक्षण किया गया। इस जांच में २९ मरीज मलेरिया से संक्रमित पाए गए। अगस्त में ९,६४० नागरिकों का सर्वेक्षण किया गया। इसमें ७० मरीज मलेरिया से संक्रमित पाए गए। मलेरिया के लिए कुल १८ हजार से अधिक नागरिकों का सर्वेक्षण किया गया।
कई डेवलपर्स को भेजे गए नोटिस
केडीएमसी के कई इलाकों में नए हाउसिंग प्रोजेक्ट, इमारतों के पुनर्विकास प्रोजेक्ट चल रहे हैं। मनपा की तरफ से डेवलपर्स को यह सुनिश्चित करने के लिए नोटिस जारी किए गए थे कि वहां मच्छरों का लार्वा पैदा न हो और कर्मचारियों या निवासियों सहित कोई भी बीमारी से प्रभावित न हों। मनपा ने यह भी कहा था कि इस संबंध में ढिलाई बरतने वाले डेवलपर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई।