फिल्मोद्योग और राजनीति दोनों दो अलग चीजें हैं। यह अलग बात है कि इन दिनों कई कलाकार राजनीति में आ गए हैं और मंत्री तक बन बैठे हैं। अब यह अलग बात है कि मंत्री बनने के बाद भी उनका ध्यान फिल्मों की ओर ही लगा रहता है। केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी का मामला भी कुछ ऐसा ही है। खुद सुरेश गोपी ने बताया, ‘गृह मंत्री अमित शाह ने मुझसे पूछा कि कितनी फिल्में साइन की हैं? इस पर जब मैंने बताया कि २०-२२ फिल्में करने वाला हूं, तो यह सुनते ही उन्होंने पेपर फेंक दिया।’ गोपी ने कहा, ‘मैं हमेशा अपने नेताओं की बात मानूंगा लेकिन फिल्में मेरा जुनून हैं, यह नहीं करूंगा तो मैं मर जाऊंगा।’ यानी लगता है कुछ खटपट होनेवाली है।