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८२वें जन्मदिन पर शरद पवार ने नरेंद्र मोदी को फटकारा… प्रधानमंत्री को विपक्ष का सम्मान रखना चाहिए!

सामना संवाददाता / मुंबई
विरोधी दल, विरोधी दल नेता, ये सही मायने लोकतंत्र की संस्था हैं। इनका सम्मान रखना चाहिए। स्वतंत्रता की लड़ाई के बाद से प्रधानमंत्रियों ने जो पालन किया, वह आज नहीं किया जा रहा है, इन शब्दों में अपने ८२वें जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फटकार लगाई। शरद पवार के जन्मदिन के अवसर पर पार्टी की ओर से यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से राज्यभर के वरिष्ठ नेता व पदाधिकारियों ने शरद पवार को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
सामना संवाददाता / मुंबई
कल अपने ८२वें जन्मदिन के अवसर पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने बिना नाम लिए पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा, ‘पं. नेहरू से लेकर उनके बाद के कई प्रधानमंत्रियों का कार्यकाल देखा है। उनके भाषण सुने हैं। चुनाव प्रचार में जाने के बाद भले ही विपक्ष की सरकारें रहीं, लेकिन पं. नेहरू ने अपने विरोधियों की कभी आलोचना नहीं की। नागपुर में हिंदूहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे समृद्धि हाईवे के उद्घाटन के मौके पर अपने भाषण में मोदी ने विपक्ष की जमकर आलोचना की थी। उन्हें याद दिलाते हुए पवार ने इस मौके पर कहा, ‘पार्टी की ओर से जनसभा और चुनाव प्रचार में जाने के बाद विरोधियों की आलोचना करना शत-प्रतिशत सही है। लेकिन रेलवे, सड़कों, अस्पतालों और सरकारी कार्यक्रमों के उद्घाटन के दौरान मंच पर विपक्ष की आलोचना करना कितनी बुद्धिमानी है? ऐसा सवाल पवार ने किया।
शरद पवार ने इस मौके पर समृद्धि हाईवे का एक किस्सा भी सुनाया। उन्होंने कहा कि किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मुझसे संभाजीनगर में मिला। उनका कहना था कि समृद्धि हाईवे के लिए जमीन ली जा रही है लेकिन उसका उचित मूल्य नहीं दिया जा रहा है। उस पर मैंने खुद तत्कालीन मुख्यमंत्री को फोन किया था। विकास का कोई विरोध नहीं है लेकिन मैंने सुझाव दिया कि आप जिन लोगों की जमीन इस परियोजना के लिए ले रहे हैं, उन्हें उचित कीमत दें क्योंकि यह आय का एक स्रोत है।’ लोकतंत्र के माध्यम से राज्य में आ जाने के बाद इसका विरोध करने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह सामाजिक हित का नहीं है, राजनेताओं को भी पता होना चाहिए कि वे देश को बचाते हुए देश का नेतृत्व कर रहे हैं। इसका ध्यान रखना चाहिए। ऐसे तीखे शब्दों में शरद पवार ने मोदी को फटकार लगाई।
मेरी उम्र ८२ वर्ष पूरी हो गई और ८३ वर्ष में प्रवेश कर रहा हूं, इसकी याद दिला रहा हूं, ऐसी मजाकिया टिप्पणी शरद ने अपने भाषण की शुरुआत में की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी अपील की कि हम एकजुट रहें और राज्य को चौतरफा आगे बढ़ाने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं वह करें और ध्यान रखें कि देश में एक महत्वपूर्ण राज्य के रूप में राज्य की प्रतिष्ठा बढ़े।

चंद्रकांत पाटील पर हंगामा
स्याही फेंकने का समर्थन हम कभी नहीं करेंगे। उच्च तकनीकी शिक्षा मंत्री ने महात्मा फुले, डॉ. आंबेडकर, भाऊराव पाटील के संदर्भ में बोलते हुए भीख मांगनेवाले शब्द का उपयोग नहीं किया होता तो यह सब नहीं होता, परंतु तत्काल उन्होंने मिल मजदूर का लड़का हूं, ऐसा बोला। सामान्य व्यक्ति सत्ता तक पहुंचा, ऐसा उदाहरण तुम्हारा है क्या? कितने लोग ऐसे हैं, जिन पर टीका-टिप्पणी हुई, परंतु ऐसा हंगामा उन्होंने नहीं किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसा शरद पवार ने इस मौके पर कहा।

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