सामना संवाददाता / मुंबई
पूर्व उपमुख्यमंत्री विजयसिंह मोहिते पाटील को गले से लगाने के बाद अब एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने पूर्व मंत्री और वरिष्ठ आदिवासी नेता मुधकर पिचड़ को भी पार्टी में लाने की कवायद शुरू कर दी है। ऐसे में अब चर्चा शुरू हो गई है कि पवार और पिचड़ में मिलाप हुआ है। इस सप्ताह पवार के अकोला दौरे में उसका क्या असर पड़ेगा। इस पर भी चर्चा होने लगी है। मधुकर पिचड़ और उनके पुत्र पूर्व विधायक वैभव वर्ष २०१९ में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में वैभव की हार हुई और राकांपा के डॉ. किरण लहामटे ने जीत हासिल की थी। पिछले साल उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अलग चूल्हा जलाते हुए महायुति में शामिल हो गए। ऐसे में इस बात की प्रबल संभावना है कि लहामटे आगामी चुनावों में ‘महायुति’ के उम्मीदवार होंगे। इसलिए पवार ने ‘अकोला’ में मोर्चा बनाना शुरू कर दिया है। इसी पृष्ठभूमि में मोहिते पाटील के बाद पिचड़ से भी बातचीत शुरू हो गई है और राजनीतिक गलियारों में यह फुसफुसाहट शुरू हो गई है कि उन्हें ‘राष्ट्रवादी’ में लेने की तैयारी चल रही है।
पिचड़ लेंगे हिस्सा?
अकोला के दिवंगत नेता अशोक भांगरे की जयंती पर १९ जुलाई को अकोला में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस समय किसानों की एक बैठक होगी और शरद पवार उस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन अशोक भांगरे के चिंरजीव अमित ने किया है। अमित भांगरे शरद पवार की एनसीपी से अकोला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उनकी मां सुनीता भांगरे भी इसमें रुचि रखती हैं।