मुख्यपृष्ठनए समाचारशिंदे और अजीत के विधायकों को बीजेपी ने बताया ‘तोता’!

शिंदे और अजीत के विधायकों को बीजेपी ने बताया ‘तोता’!

-भाषण की लाइन तय कर रही भाजपा…एकनाथ और ‘दादा’ के विधायक परेशान

सामना संवाददाता / मुंबई

शिंदे गुट के एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी गुट के अजीत पवार ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई। सरकार बनाने के बाद से ही दोनों पार्टियों के विधायकों को सार्वजनिक समारोहों को संबोधित करने के लिए भाजपा की ओर से भाषण के मुद्दे दिए जा रहे हैं, लेकिन कुछ मुद्दे समस्या उत्पन्न कर रहे हैं, इसलिए विधायकों को इससे बचने की हिदायत भाजपा ने शिंदे गुट और अजीत पवार गुट को दी।
दोनों गुट महागठबंधन सरकार में हैं। दोनों गुटों के विधायकों के शामिल होने के बाद से ही सरकार की ओर से ‘सरकार आपके द्वार’ जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा महायुति की संयुक्त बैठकें भी आयोजित की जाती हैं। कुछ विधायक ऐसा मान रहे थे कि सभाओं में बोलते समय शिंदे गुट और अजीत पवार गुट के विधायकों को किन मुद्दों पर बोलना चाहिए। इसके लिए मुद्दे भाजपा ही महायुति में शमिल विधायकों को देती है। संपर्क करने पर दोनों गुट के कुछ विधायकों ने नाम न छापने की शर्त पर इसकी पुष्टि की।
विधायक खुश नहीं
भाजपा द्वारा दिए जा रहे भाषणों के कुछ बिंदुओं से विधायक खुश नहीं हैं। दोनों गुटों के विधायकों को निर्देश दिया गया है कि वे कांग्रेस की नीति की कड़ी आलोचना करें, संबंधित विधायकों को इसके कार्यान्वयन पर कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि, शिंदे गुट के विधायकों को पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना करने के लिए और अजीत पवार गुट के विधायकों को वरिष्ठ नेता शरद पवार की आलोचना करने के लिए कई मुद्दे दिए जा रहे हैं।
पवार, ठाकरे की कोई आलोचना नहीं
-मुझे शरद पवार की आलोचना करने के लिए कहा गया, लेकिन मैंने विनम्रता से मना कर दिया। मैंने संबंधित लोगों से कहा कि पुराने संबंधों के कारण उद्धव ठाकरे की आलोचना नहीं कर सकता। अजीत पवार गुट के एक विधायक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमने कहा है कि हमें कांग्रेस की आलोचना करने और प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं का सकारात्मक प्रचार करने में कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन उद्धव ठाकरे की आलोचना करना संभव नहीं।

अन्य समाचार