सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को एक बार फिर फंसाने की साजिश ईडी सरकार ने तेज कर दी है। देशमुख के कार्यकाल का एक मामला सामने लाकर देशमुख की मुश्किलें बढ़ाने की तैयारी शुरू की गई है। सूत्रों की मानें तो सीबीआई ने मकोका कोर्ट में आरोप लगाया है कि जब अनिल देशमुख गृह मंत्री थे, तब उन्होंने तत्कालीन एसपी को फोन पर धमकी दी थी। गृह मंत्री एक छोटे से काम के लिए कई बार फोन करते थे। सीबीआई का यह आरोप है कि अनिल देशमुख ने एसपी को धमकी दी है। सीबीआई ने अदालत को बताया कि अनिल देशमुख ने तत्कालीन जलगांव एसपी प्रवीण मुंडे को धमकी दी और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इतना ही नहीं बीजेपी ने तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर बीजेपी नेता गिरीश महाजन को झूठे मामले में फंसाने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया है। उस मामले में सीबीआई ने अदालत को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है जिसमें अनिल देशमुख ने एसपी को धमकी देने का दावा किया है।
गिरीश महाजन पर केस दर्ज करने का बनाया था दबाव
अनिल देशमुख ने जलगांव के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक प्रवीण मुंडे को गिरीश महाजन के खिलाफ शिकायतकर्ता की शिकायत दर्ज करने का आदेश दिया। लेकिन यह अपराध जलगांव की सीमा के भीतर नहीं है। इसलिए प्रवीण मुंडे ने नकार दिया और मामला पुणे में दर्ज कराने का सुझाव दिया। लेकिन गृह मंत्री देशमुख ने उनकी बात नहीं मानी, आरोप है कि उन्होंने जबरन मामला दर्ज कराया। सीबीआई ने दावा किया है कि प्रवीण मुंडे ने ये बात कबूल कर ली है।