– आक्रामक हुए शिक्षक संगठन ने दी चेतावनी
सामना संवाददाता / मुंबई
स्कूल शिक्षा विभाग ने पहले ही राज्य में जिला परिषदों में २० से कम छात्र संख्यावाले स्कूलों में दो पदों में से एक पर एक सेवानिवृत्त शिक्षक को नियुक्त करने का निर्णय लिया है। हालांकि, यदि कोई सेवानिवृत्त शिक्षक नहीं मिलता है, तो पद खाली रह जाएगा। इससे छात्रों के शैक्षणिक वर्ष का नुकसान होगा। इसलिए अब ऐसे स्कूलों में रिटायर शिक्षक न मिलने की स्थिति में डी.एड. और बी.एड. डिप्लोमा धारकों को महज १५ हजार रुपए के मासिक वेतन पर संविदा पर रखने का पैâसला शिंदे सरकार ने किया है। इसे लेकर सरकार ने आचार संहिता लगने के पहले ही शासनादेश भी जारी कर दिया है। शिंदे सरकार की इस साजिश से स्थाई शिक्षकों की संख्या कम हो जाएगी,इसलिए शिक्षक संगठनों ने आक्रामक भूमिका अपनाते हुए पुरजोर विरोध किया है।