-७० फीसदी रकम अदायगी को मंजूरी
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
महाराष्ट्र में रोजाना करीब ४,००० मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में पहुंचानेवाली ‘१०८’ एंबुलेंस सेवा का कांट्रैक्ट ३० अप्रैल को ही खत्म हो चुका है। इसके बावजूद एंबुलेंसों को प्रदेश की शिंदे सरकार सरपट सड़कों पर दौड़ाने का काम कर रही है। कुल मिलाकर यह सरकार मरीजों के जीवन से खेलने का काम कर रही है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले शिंदे सरकार ने सेवा में फिर से विस्तार देते हुए इसे ३० अप्रैल २०२४ कर दिया था।
उल्लेखनीय है कि साल २०१४ में १०८ एंबुलेंस सेवा की शुरुआत हुई। उसके बाद राज्यभर में दिल का दौरा पड़ने, प्रसव पीड़ा, सड़क दुर्घटनाएं, जहर पीना, हमला, एक्सीडेंट और यहां तक कि आत्महत्याओं की खबर मिलते ही १०८ एंबुलेंस ने मौके पर पहुंचकर संबंधितों को अस्पतालों में पहुंचाया है। फिलहाल, बीवीजी इंडिया द्वारा राज्यभर में ९३७ एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई हैं। इसमें २३३ एडवांस लाइफ सपोर्टिंग और ७०४ बेसिक लाइफ एंबुलेंस सेवा कार्यान्वित की गई है। बता दें कि यह ठेका पांच साल के लिए दिया गया था। इस ठेका का अनुबंध ३१ जनवरी, २०१९ को समाप्त होने के बाद तत्काल फिर से इस अवधि को एक फरवरी २०१९ से ३१ जनवरी २०२१ तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया। उस समय एक समिति भी नियुक्त की गई थी। इसके बाद समिति की सिफारिश के अनुसार और कैबिनेट की अंतिम मंजूरी के बाद समयसीमा एक बार फिर एक फरवरी २०१९ से बढ़ाकर ३१ जनवरी २०२४ कर दी गई। इसके बाद इसमें शिंदे सरकार ने फिर से विस्तार देते हुए इसे ३० अप्रैल २०२४ कर दिया। इस विस्तार की भी मियाद समाप्त हो चुकी है, लेकिन शिंदे सरकार ने इस पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। हालांकि, अब जबकि बीवीजी का ठेका समाप्त हो चुका है, ऐसे में उसे दिए जाने ३६.१३ करोड़ रुपए में से ७० फीसदी यानी २५.२९ करोड़ रुपए की अदायगी को मंजूरी हाल ही में शिंदे सरकार ने दी है। इसे लेकर शासनादेश भी जारी किया गया है। इस सेवा की आवश्यकता तब पड़ती है, जब कोई मरीज गंभीर रूप से बीमार हो और उसके साथ कोई दुर्घटना या कोई अप्रिय घटना हुई हो। हालांकि, शिंदे सरकार के राज में सेवा समय पर नहीं मिल रही है।
१०८ नंबर की यह सेवा अब मरीजों के लिए समय पर उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इस सेवा में कार्यरत कर्मचारी परिजनों को गलत जानकारी देकर गुमराह कर रहे हैं। इस कारण लोगों की जान बचाने वाली यह सेवा अब जानलेवा बन गई है।
-प्रकाश वाणी (संयोजक-शिव आरोग्य सेना), मुंबई