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शिंदे का स्वास्थ्य विभाग ही अस्वस्थ! … ७५ दिनों में २४१ लोग हुए लू के शिकार

 हीट स्ट्रोक से प्रभावित हुए प्रदेश के ३२ जिले
सामना संवाददाता / मुंबई
पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन की मार झेल रहा है, इससे हिंदुस्थान भी अछूता नहीं है। देश के कई राज्य गर्मी के साथ ही असमय बारिश के संकट का सामना कर रहे हैं। कुछ यही हालात मुंबई के साथ ही संपूर्ण महाराष्ट्र में हैं। इन सबके बीच राज्य के जिन क्षेत्रों में भीषण गर्मी पड़ रही है, वहां के लोग लू की चपेट में आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, प्रदेश के ३२ जिलों में पिछले ७५ दिनों की अवधि में २४१ हीट स्ट्रोक से प्रभावित हुए हैं। इनमें किसी जिले में एक तो कहीं पर ३२ लोग लू के शिकार हो चुके हैं। हालांकि, भले ही इस साल हीट स्ट्रोक के मामले कम सामने आ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल भी अलर्ट मोड पर नहीं है।
उल्लेखनीय है कि इस साल एक मार्च से १४ मई के बीच राज्य के ३२ जिलों में कुल २४१ हीट स्ट्रोक पीड़ित मिले हैं। इनमें से ज्यादातर मरीज जालना, नासिक, बुलढाणा जिलों से हैं। स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, सबसे ज्यादा २८ मरीज जालना से, २७ मरीज नासिक से, २१ मरीज बुलढाणा से, २० मरीज धुले जिले से हैं। सोलापुर में १८, परभणी में १२, नागपुर में ११, सिंधुदुर्ग में १०, धाराशिव में ९ मरीज सामने आए। इसी तरह से पुणे, यवतमाल, सातारा जिलों में ७-७, गढ़चिरौली, गोंदिया, कोल्हापुर, ठाणे, वर्धा जिलों में ६-६, अकोला जिले में पांच, नगर में तीन, अमरावती में तीन, संभाजीनगर में तीन मरीज सामने आए हैं। इसके अलावा बीड, चंद्रपुर, रायगड जिलों में क्रमश: २-२ और भंडारा, हिंगोली, पालघर, रत्नागिरी, सांगली, वाशिम जिलों में एक-एक मरीज हैं। इन सभी के सफल इलाज के कारण वर्तमान में राज्य में हीट स्ट्रोक से पीड़ित की मौत का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
ये हैं हीट स्ट्रोक के लक्षण
हीट स्ट्रोक के शिकार हुए लोगों में थकान, ध्यान न लगना, चक्कर आना, बेहोशी, मनोभ्रंश, स्थिति को समझने में कमी और ठीक से बोलने में असमर्थता आदि लक्षण होते हैं। इन लक्षणों के साथ-साथ अन्य गंभीर लक्षण जैसे सिरदर्द, मतली, सांस लेने में कठिनाई और हृदय गति में वृद्धि या मांसपेशियों में दर्द भी दिखाई देते हैं।
लू से बचने के लिए करें ये उपाय
चिकित्सकों के मुताबिक, लू से बचने के लिए खुद को तेज धूप से दूर रखें। नियमित रूप से पानी या अन्य तरल पदार्थ पीते रहें। इससे लू से बचाव होगा। इसके साथ ही नींबू सिरप, छाछ, चावल केक या लस्सी जैसे तरल पदार्थ पीएं।

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