सामना संवाददाता / मुंबई
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ऐन चुनाव के मौके पर करारा झटका लगा है। राज्य के पूर्वमंत्री सुरेश नवले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट से अपना इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने दावा किया है कि मुख्यमंत्री बीजेपी के दबाव में झुक गए हैं। नवले ने यह भी कहा है कि वह किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने बीड लोकसभा सीट से एनसीपी उम्मीदवार बजरंग सोनावणे को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। बीड से ताल्लुक रखने वाले नवले ने २९ अप्रैल को एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि उन्होंने २५ अप्रैल को शिंदे गुट से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बीजेपी के दबाव के आगे झुक गए हैं।
नवले ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) इस बार राज्य में २१ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है और यहां (शिंदे की पार्टी में) मौजूदा सांसदों को टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने दावा किया कि शिंदे से जुड़ने वाले लोगों का आज राजनीतिक करियर लगभग आज खत्म हो गया है, कल के बारे में मुझे नहीं पता। लेकिन अगर लोकसभा चुनावों में यह स्थिति है, तो राज्य विधानसभा चुनावों (इस साल के अंत में होने वाले) में स्थिति और भी खराब होगी। उन्होंने दावा किया कि पार्टी में बातचीत के लिए कोई जगह नहीं है। पार्टी के कार्यकर्ता चुप हैं। उन्हें (जो कुछ भी चल रहा है) उससे कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि वे लाभार्थी हैं।