क्या आपने कभी किसी शख्स को पानी पर दौड़ते देखा है? नहीं न…लेकिन एक शख्सियत ऐसी है जिसकी असाधारण स्पीड को देखते हुए यह दावा किया जा रहा है कि वे पानी पर भी दौड़ सकती हैं। हम बात कर रहे हैं दुनिया की सबसे तेज धावक शा’कैरी रिचर्डसन की। दरअसल, रिचर्डसन की रफ्तार ने वैज्ञानिकों को भी सोचने पर विवश कर दिया है। फिजिक्स वर्ल्ड में प्रकाशित एक लेख में वैज्ञानिकों ने कहा है कि शा’कैरी पानी पर भी दौड़ सकती हैं। कम से कम सैद्धांतिक भौतिकी में तो यह संभव है। फिजिक्स वर्ल्ड में प्रकाशित आर्टिकल में फ्लूड डायनॉमिक्स के विशेषज्ञ निकोल शॉर्प ने इस बात की पड़ताल की है कि क्या एक एथलीट पानी पर दौड़ सकता है। सैद्धांतिक तौर पर इस सवाल का जवाब है; हां, लेकिन व्यावहारिक रूप से यह संभव नहीं है। शॉर्प ने लिखा है कि चुनिंदा जीव, जैसे कि बेसिलिस्क लिजॉर्ड (छिपकली) पानी पर दौड़ सकती है। वह ऐसा इसलिए कर पाती है, क्योंकि वह पानी की सतह पर बहुत तेजी से अपने पैरों को चलाती है। यह प्रक्रिया उसे डूबने से बचाती है और वह तैर पाने में कामयाब रहती है। इसी तरह एक जलीय पक्षी है वेस्टर्न ग्रेब, जो पानी पर तैरने के लिए प्रति सेकेंड २० स्टेप्स चलता है, जबकि एक औसत ओलिंपिक धावक प्रति सेकेंड सिर्फ पांच स्टेप्स दौड़ता है। अब सवाल ये है कि क्या शा’कैरी रिचर्डसन अपनी रिकॉर्ड ब्रेकिंग स्पीड के साथ शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाइटन पर दौड़ सकती हैं? दरअस्, टाइटन की एथेन से भरी झीलों पर दौड़ने के लिए प्रति सेकेंड ८.७ मीटर की स्पीड चाहिए। रिचर्डसन ने पहले ही यह रफ्तार हासिल कर ली है। शा’कैरी रिचर्डसन की रफ्तार प्रति सेकेंड ९.३ मीटर है। ऐसे में टाइटन की झीलों पर दौड़ना सैद्धांतिक तौर पर संभव है। अपनी असाधारण स्पीड के साथ रिचर्डसन कम गुरुत्वाकर्षण वाली परिस्थितियों में लिक्विड सतह पर वॉक करने वाली पहली महिला बन सकती हैं। फिजिक्स वर्ल्ड में प्रकाशित लेख के बाद फिजिक्स के सिद्धांतों और मानवीय क्षमता के गठजोड़ ने अनेक संभावनाओं को पंख लगा दिए हैं।