विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
अयोध्या के पड़ोसी शहर सुल्तानपुर में हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर होटल-ढाबे-रेस्टोरेंट और दुकानें मुस्लिम संचालित कर रहे हैं! इन जगहों पर संचालक से लेकर प्रायः सभी स्टाफकर्मी भी गैर हिन्दू हैं। इसे लेकर प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई अभी तक न किए जाने पर बुधवार को माहौल गरमा गया।
हिंदूवादी संगठनों राष्ट्रीय गौरक्षावाहिनी व परशुराम सेना आदि ने डीएम को ज्ञापन प्रेषित कर स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई व शीघ्र ठोस कार्रवाई की मांग कर डाली है। साथ में चेतावनी दी है कि यदि एक्शन में देर हुई तो हमारे कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे।
राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी और परशुराम युवा संगठन आदि हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि दुकानदार हिंदू देवी-देवताओं का नाम रखकर ग्राहकों को भ्रमित कर रहे हैं। सनातन संस्कृति को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। जो कि अपराध है। इन्हीं संदर्भ में गौरक्षा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की। कहा कि शहर में कुड़वारनाका पर कोतवाली के बगल ही वर्ग विशेष के कुछ लोगों ने अपनी पहचान छुपाकर ‘न्यू भोला वेज बिरयानी कार्नर’ वर्षों से खोल रखा है। इसमें दुकान के प्रोपराइटर, कारीगर और परोसने वाले सभी स्टाफ मुस्लिम हैं। नाम पूछने पर वे लोग अपना ‘हिन्दू’ नाम बताते हैं। दुकान का नाम हिन्दू धर्म के देवी देवता के नाम पर रखकर हिन्दुओं को भ्रमित किया जा रहा है। इन दुकानों पर जो खाद्य पदार्थ मिलते हैं उसका कोई निश्चित मानक नहीं है। इसके अलावा अक्सर प्रत्येक नुक्कड़ चौराहे पर ऐसे लोग छद्म नाम पर वेज बिरयानी आदि के स्टाल चला रहे हैं। डेयरी उत्पाद की तमाम दुकानों पर भी यही खेल चल रहा है। हिंदू देवताओं के नाम पर गैर हिंदू पहचान छुपाकर कारोबार कर रहे हैं लेकिन पुलिस निष्क्रिय है। फिलहाल सिंह ने उदय प्रकाश मिश्र व उपाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह आदि के साथ प्रशासन को ज्ञापन देकर अल्टीमेटम दे दिया है।
..भोला बिरयानी ने हटाई होर्डिंग !
इधर हिंदूवादी सक्रिय हुए और उधर सवालों के घेरे में आए भोला बिरयानी ने दुकान पर से आनन-फानन अपनी होर्डिंग व बैनर हटा लिए। हालांकि दुकान खुली रही और कारोबार चलता रहा।