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शॉर्ट रूट की ट्रेनें बनीं समस्या! … घाटकोपर-सीएसएमटी लोकल बिना ‘होम प्लेटफार्म’ के चलाना गंभीर

अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन की सेवाएं बीते कई दिनों से देरी से चल रही हैं। जिसका असर यात्रा करने वाले यात्रियों पर पड़ रहा है। मध्य रेलवे की लेट चलने वाली लोकल ट्रेनों की वजह से यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में हमेशा देर होती है। इस देरी का मुख्य कारण शॉर्ट रूट की ट्रेनें बताई जा रही है। घाटकोपर-सीएसएमटी लोकल बिना ‘होम प्लेटफार्म’ के चलाई जा रही हैं, जिससे यात्री संगठनों ने नाराजगी जताई है। घाटकोपर-सीएसएमटी अप और डाउन के बीच छह लोकल ट्रिप्स चलाई जा रही हैं, जिससे मध्य रेलवे की पंक्चुअलिटी डाउन हो रही है। इसके चलते ठाणे से डोंबिवली के बीच बढ़ती भीड़ के कारण यात्रियों की जान जोखिम में है। यात्री संगठनों ने नई समय सारणी में घाटकोपर-सीएसएमटी लोकल का विस्तार ठाणे या डोंबिवली तक करने की मांग की है।
कई वर्षों से लंबित कलवा-ऐरोली लिंक का काम यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है। कलवा कारशेड की लोकल में कलवा के नागरिकों को चढ़ने के लिए ‘होम प्लेटफार्म’ की मांग की गई थी, लेकिन प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। साथ ही कई रेलवे मार्ग के काम लंबित हैं, जिससे लोकल ट्रिप्स की संख्या बढ़ाने में दिक्कत हो रही है। घाटकोपर-सीएसएमटी लोकल ट्रिप्स के लिए १५-२० मिनट अतिरिक्त समय बर्बाद होता है, जिससे अन्य लोकल ट्रेन सेवाओं का शिड्यूल बिगड़ जाता है। घाटकोपर-सीएसएमटी लोकल सेवाओं का विस्तार ठाणे तक करने की मांग वर्षों की जा रही है, लेकिन रेलवे प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। व्यापारी वर्ग के लिए चलने वाली इन लोकल ट्रेनों की वजह से नौकरीपेशा, स्टूडेंट और अन्य यात्रा करनेवाले लोगों को नुकसान हो रहा है। घाटकोपर में ‘होम प्लेटफार्म’ न होने के बावजूद यहां से लोकल चलाई जाती हैं, जिसके कारण मोटरमैन और ट्रेन मैनेजर को काफी सतर्क रहना पड़ता है। मुंबई रेलवे यात्री संघ के अध्यक्ष मधू कटीयन ने बताया कि तीन फेरों के लिए दो अतिरिक्त कर्मचारियों की आवश्यकता होती है।

सुबह के समय घाटकोपर-सीएसएमटी अप और डाउन लोकल ट्रिप्स के कारण मध्य रेलवे की पंक्चुअलिटी बिगड़ रहा है। इन लोकल ट्रिप्स का विस्तार करने से घाटकोपर के यात्रियों सहित अन्य यात्रियों को भी लाभ होगा और मध्य रेलवे की पंक्चुअलिटी सुधारकर ट्रिप्स की संख्या बढ़ाई जा सकेगी। कलवा से लोकल चलाने से इनकार किया जाता है क्योंकि ‘होम प्लेटफार्म’ नहीं है, जबकि घाटकोपर में ‘होम प्लेटफार्म’ न होने के बावजूद लोकल ट्रिप्स शुरू हैं।
– सिद्धेश देसाई, अध्यक्ष, कलवा-पारसिक यात्री संगठन
‘होम प्लेटफार्म’ के बिना लोकल चलाना गंभीर है। छह लोकल ट्रिप्स के कारण अन्य लोकल ट्रेनों को देर होती है। मध्य रेलवे प्रशासन को इन लोकल ट्रिप्स को रद्द कर ठाणे, डोंबिवली, कल्याण की अप और डाउन लोकल चलानी चाहिए।
– सुभाष गुप्ता, अध्यक्ष, रेल यात्री परिषद

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